एमएस धोनी क्यों पहनते हैं नंबर 7 की जर्सी, जानिए इसके पीछे का लॉजिक
MS Dhoni : एमएस धोनी की जर्सी का नंबर सात क्यों होता है, ये बात खुद महेंद्र सिंह धोनी ने ही बताई थी।
Why MS Dhoni wear number 7 jersey : एमएस धोनी। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान। अब तक चार बार आईपीएल का खिताब एमएस धोनी के नाम है, वहीं वे दुनिया के अकेले ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने आईसीसी की तीन ट्रॉफियों पर कब्जा किया है। महेंद्र सिंह धोनी अब टीम इंडिया के लिए तो नहीं खेलते हैं, क्योंकि उन्होंने साल 2020 की 15 अगस्त को रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था, लेकिन उनके फैंस अभी भी उन्हें आईपीएल में खेलते और कप्तानी करते हुए जरूर देखते हैं। इस साल फिर से आईपीएल अप्रैल में होगा और इस बार भी धोनी फैंस सीएसके को चीयर करते हुए नजर आएंगे। वैसे तो धोनी काफी कम बोलते हैं, इसलिए उनके बारे में ज्यादा लोगों को पता भी नहीं है, लेकिन अक्सर वे ऐसी बात कह जाते हैं, जिसके बारे में लोग जानना चाहते हैं। ऐसी ही एक बात है उनकी जर्सी का नंबर। एमएस धोनी का जर्सी नंबर सात है, लेकिन धोनी ने इस नंबर की जर्सी पहनना क्यों शुरू किया, क्या आपको इसके बारे में पता है। अगर नहीं तो चलिए आपको बताते हैैं।
एमएस धोनी खुद ही किया था अपनी जर्सी नंबर सात का खुलासा
एमएस धोनी जब टीम इंडिया के लिए खेलते थे, तब भी और अब जब आईपीएल में खेलते हैं, तब भी, हमेशा उनकी जर्सी का नंबर सात ही रहता है। धोनी ने खुद ही इसके बारे में खुलासा किया था। अगर आप धोनी के फैन तो आपको पता ही होगा कि उनका जन्मदिन सात जुलाई को होता है। यानी महीने की सात तारीख और सातवां महीना। इतना ही नहीं धोनी का जन्म साल 1981 में हुआ था, आठ में एक घटाएंगे तो भी अंक सात की आएगा। सीएसके के प्रोग्राम में जब धोनी से उनके जर्सी नंबर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचा। अपने जन्मदिन और जन्म महीने के हिसाब से ही जर्सी नंबर का चुनाव कर लिया। अब आप समझ गए होंगे कि धोनी की जर्सी का नंबर सात क्यों है। लेकिन क्रिकेट के अलावा बाकी खेलों में भी कई दिग्गज खिलाड़ी सात नंबर की जर्सी पहनते हैं।
एमएस धोनी पहले इंटरनेशनल मैच में नंबर सात पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जब एमएस धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था, तब उन्हें कप्तान सौरव गांगुली ने नंबर सात पर ही खेलने के लिए भेजा था। कौन सा खिलाड़ी किस नंबर पर बल्लेबाजी करेगा, ये खिलाड़ी तय नहीं करता, बल्कि सीनियर मैंनेजमेंट और कप्तान करते हैं। ये बात और है कि धोनी पहले मैच में अपना खाता तक नहीं खोल पाए थे और शून्य पर रन आउट हो गए थे। वे एक ही गेंद खेल पाए थे, इसी बीच सामने वाले छोर पर खड़े मोहम्मद कैफ के साथ समझदारी मे कमी हुई और वे आउट होकर चले गए। हालांकि कुछ ही दिन बाद धोनी के दिन बदले और उन्होंने धमाकेदार बल्लेबाजी की और आज भारत की नहीं, बल्कि दुनियाभर में उनके करोड़ों फैन हैं। देखना होगा कि इस बार खुद एमएस धोनी और उनकी टीम सीएसके आईपीएल में कैसा प्रदर्शन करती है।