क्वालीफायर 1 में फील्ड अंपायर्स से बहस करने पर घिरे एमएस धोनी, लग गया यह आरोप!
एमएस धोनी ने अपनी कप्तानी में तो सीएसके को रिकॉर्ड 10वीं बार आईपीएल फाइनल में पहुंचा दिया, लेकिन क्वालीफायर 1 में एक मोमेंट पर उन्हें अंपायर्स से बहस करने पर आलोचना का शिकार होना पड़ा है।
एमएस धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल 2023 के क्वालीफायर में गुजरात टाइटंस को 15 रनों से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। इस मैच में गुजरात की टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए मुकाबला हारी थी। एक वक्त जब मैच रोमांचक मोड़ पर जा रहा था, तब पारी का 16वां ओवर धोनी ने श्रीलंका के मथीसा पथिराना को दिया था। पर फील्ड अंपायर्स ने इसका विरोध किया था क्योंकि वह कुछ समय के लिए मैदान से बाहर थे। इतने सीनियर खिलाड़ी होने के नाते नियम तो निश्चित ही धोनी को पता होगा लेकिन उन्होंने बस समय नष्ट करने और सेट बल्लेबाजों का मोमेंटम बिगाड़ने के लिए अंपायर्स से बहस की थी। यह मामला सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में भी आया।
अब इस पर आईसीसी एलीट पैनल के पूर्व ऑस्ट्रेलियाई अंपायर डैरिल हार्पर ने अपना बयान दिया है। हार्पर ने धोनी के ऊपर खेल भावना का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाया। उनके इस बयान की खबरें विभिन्न रिपोर्ट में सामने आ रही हैं। उन्होंने साफतौर पर कहा कि, धोनी ने अंपायर के फैसले और खेल भावना के प्रति बिल्कुल भी सम्मान नहीं दिखाया। उनके पास कई ऑप्शन थे लेकिन उनका मकसद समय खराब करना था तो उन्होंने ऐसा किया। इस दुर्भाग्यशाली वाकिये को देखकर मैं बस इतना ही नतीजा निकाल सकता हूं। आईपीएल के इस सीजन कई जुर्माने लगाए गए हैं लेकिन फिलहाल धोनी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया।
कुछ लोग कानून से बड़े होते हैं...
डैरिल हार्पर यहीं नहीं रुके, उन्होंने इसके बाद एक और बड़ा बयान दिया। 71 वर्षीय हार्पर ने आगे कहा कि, कुछ लोग कानून से भी बढ़कर होते हैं। यह देखना काफी दुर्भाग्यशाली है कि लोग जीतने के लिए कुछ भी करते हैं। खेल भावना से भी बड़ा दर्जा कुछ खिलाड़ियों को मिल जाता है। ऑस्ट्रेलियाई के पूर्व अंपायर का यह बयान सोशल मीडिया पर आग की तरह वायरल हो रहा है। हालांकि, इस मुद्दे पर अभी धोनी या सीएसके के टीम मैनेजमेंट की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
एमएस धोनी की अगुआई वाली सीएसके ने क्वालीफायर 1 में गुजरात टाइटंस को 15 रनों से मात दी थी। चेपॉक में यह मुकाबला खेला गया था जिसमें जीत के साथ चेन्नई ने सीधे फाइनल का टिकट अपने नाम कर लिया था। इससे पहले लीग स्टेज में भी सीएसके का प्रदर्शन अच्छा रहा था। 14 में से 8 मुकाबले जीतने और पांच हार व एक बेनतीजा मैच के बाद टीम 17 अंकों के साथ पॉइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर रही थी। पिछले सीजन चेन्नई की टीम पॉइंट्स टेबल में 9वें स्थान पर रही थी, पर इस बार धोनी ने एक बार फिर से मोर्चा संभाला और टीम को रिकॉर्ड 12वीं बार प्लेऑफ में पहुंचाया और रिकॉर्ड 10वीं बार टीम फाइनल में पहुंची।