Mithali Raj: खत्म नहीं हुआ मिताली का राज, फिर मैदान में नजर आ सकती हैं लेडी तेंदुलकर
Mithali Raj: मिताली राज ने इसी साल इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था लेकिन वह एकबार फिर से मैदान पर उतरने की तैयारी कर रही हैं।
Mithali Raj: भारत की पूर्व कप्तान मिताली राज क्रिकेट से संन्यास ले चुकी हैं। उन्होंने मैदान पर उतरकर इंटरनेशनल मुकाबले खेलने से भले ही रिटायरमेंट ले ली हों पर इस खेल से अपना रिश्ता खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैं। उनके इस अरमान को अगले साल से शुरू होने वाली महिला आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) पूरा कर सकती है।
मिताली का महिला आईपीएल से जुड़ने का इरादा
भारत की पूर्व महान महिला क्रिकेटर मिताली राज 2023 में फिर से मैदान में नजर आ सकती है। उनकी भूमिका खिलाड़ी की होगी या मेंटोर की या फिर टीम ओनर की, ये फिलहाल स्पष्ट नहीं है, लेकिन वह अपने इरादे स्पष्ट कर चुकी हैं। उन्होंने महिला आईपीएल में खिलाड़ी, मेंटोर या टीम की ओनर बनने के लिए अपने विकल्पों को खुला रखा है।
फिर मैदान में नजर आ सकती हैं मिताली
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने हाल ही में घोषणा की थी कि महिला आईपीएल के शुरुआती सीजन को अगले साल मार्च में आयोजित किया जाएगा। इसका आयोजन पुरूषों के आईपीएल से पहले होगा। मिताली ने पीटीआई से कहा, ‘‘ मैं इस लीग के लिए अपनी भूमिका को लेकर विकल्पों को खुला रख रही हूं, यह चाहे एक खिलाड़ी के रूप में हो या एक फ्रेंचाइजी में किसी तरह से जुड़ाव के तौर पर। अभी हालांकि कुछ भी स्पष्ट नहीं है। लीग में पांच टीमें हैं। इन टीमों का चयन कैसे होगा, इसके लिए बोली लगेगी या नीलामी से इसका फैसला होगा। जब तक कोई ठोस जानकारी नहीं है, मैं अपने सभी विकल्पों को खुला रख रही हूं।’’
मिताली के लिए कमेंटेटर बनने का अनुभव दिलचस्प
इस साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाली मिताली ने हाल ही में एक कमेंटेटर के रूप में नई शुरुआत की और उन्होंने अपने नए रोल को दिलचस्प करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं एक बहुत ही अलग दृष्टिकोण से क्रिकेट देख रही हूं। मैं करीब से मैचों के रोमांच को महसूस कर सकती हूं। मै अब भी एक खिलाड़ी की भावनाओं को महसूस कर सकती हूं।’’
पुरुषों के बराबर मैच फीस से रातोंरात बदलाव नहीं होगा- मिताली
बीसीसीआई ने हाल ही में कॉन्ट्रैक्ट पाने वाली महिला खिलाड़ियों की मैच फीस को पुरुष खिलाड़ियों के बराबर कर दिया है। मिताली से जब पूछा गया कि बोर्ड के इस कदम के बाद अब महिला क्रिकेट को और बढ़ावा देने के लिए और क्या करने की जरूरत है तो उन्होंने कहा कि रातोंरात कुछ भी नहीं बदलेगा और हर चीज के लिए समय होता है।