टीम इंडिया के इस दिग्गज ने छोड़ा अपना कोचिंग पद, अचानक लिया बड़ा फैसला
टीम इंडिया के एक दिग्गज ऑलराउंडर ने कोच पद से इस्तीफा
दिग्गज ऑलराउंडर मनोज प्रभाकर को कुछ ही महीने पहले नेपाल क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। अपने करियर में बड़े-बड़े कारनामे करने वाले प्रभाकर को कोचिंग का भी काफी अनुभव है। उन्होंने कई इंटरनेशनल और घरेलू टीमों के कोच पद की जिम्मेदारी संभाली है। लेकिन अब इस दिग्गज ने अपने करियर से जुड़ा एक अहम फैसला लिया है।
प्रभाकर ने लिया बड़ा फैसला
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर मनोज प्रभाकर ने गुरुवार को नेपाल क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद से हटने का फैसला किया। नेपाल क्रिकेट बोर्ड ने इसकी घोषणा की। 59 वर्षीय प्रभाकर ने इस पद पर चार महीने तक काम किया। भारत के लिए 1984 से 1995 तक 39 टेस्ट में 1600 रन और 96 विकेट चटकाने वाले प्रभाकर को अगस्त में नेपाली टीम का कोच नियुक्त किया था। वह देश के लिए 130 वनडे में 157 विकेट भी चटका चुके हैं। नेपाल क्रिकेट संघ ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर घोषणा की, ‘‘मनोज प्रभाकर नेपाल पुरूष राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद से 15 दिसंबर 2022 को तुरंत प्रभाव से हट गए हैं।’’
ऐसा रहा नेपाल टीम के साथ
प्रभाकर के पद पर रहते नेपाल की टीम ने पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय और सात वनडे मैच खेले जिसमें विश्व कप सुपर लीग 2 के चार मैच भी शामिल हैं। उनके मार्गदर्शन में नेपाल ने कीनिया सफल दौरा किया जिसमें टीम ने पांच मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज 3-2 से जीतने के बाद वनडे में 3-0 से क्लीन स्वीप किया। नेपाल ने पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज में 2-1 से जीत दर्ज की। भारत की तरफ से 1984 से लेकर 1996 तक 39 टेस्ट और 130 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले प्रभाकर इससे पहले दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की रणजी टीम के कोच रह चुके हैं। वह 2016 में अफगानिस्तान की राष्ट्रीय टीम के गेंदबाजी कोच भी थे।
ऐसा था आखिरी मैच में मनोज प्रभाकर का प्रदर्शन
मनोज प्रभाकर ने अपना आखिरी जो मैच श्रीलंका के खिलाफ खेला था, उसमें उन्होंने चार ओवर डाले और इसमें 47 रन खर्च कर दिए। श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज सनथ जयसूर्या और रोमेश कालूविथरना ने उनकी जमकर पिटाई की। चार ओवर की गेंदबाजी के बाद जब मोहम्मद अजहरुद्दीन ने देखा कि प्रभाकर की पिटाई नहीं रुक नहीं है, तो उन्होंने बाकी मैच में उन्हें ओवर ही नहीं दिए और दूसरे गेंदबाजों से उनके ओवर पूरे कराए। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने तीन विकेट पर 271 रन बनाए थे और श्रीलंका के सामने जीत के लिए 272 रनों का लक्ष्य था। खास बात ये भी है कि इस मैच में भारत के सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने शतक लगाया था, वहीं दूसरे सलामी बल्लेबाज मनोज प्रभाकर ने 36 गेंद पर सात ही रन बनाए थे।