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Hindi News खेल क्रिकेट मैन ऑफ द मैच बने मयंक अग्रवाल ने बताया कैसे हासिल किया अपना खोया हुआ लय

मैन ऑफ द मैच बने मयंक अग्रवाल ने बताया कैसे हासिल किया अपना खोया हुआ लय

अग्रवाल ने पहली पारी में 150 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में भी 62 रन बनाए जिसके लिए उन्हें मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। 

Mayank Agarwal, Sports, cricket, india - India TV Hindi Image Source : AP Mayank Agarwal

न्यूजीलैंड पर दूसरे टेस्ट में भारत की बड़ी जीत में अहम भूमिका निभाने के बाद सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल से सोमवार को कहा कि अच्छी तकनीक के बावजूद हमेशा रन बनाने की कोई गारंटी नहीं है लेकिन अच्छे प्रदर्शन में संघर्ष करने की प्रतिबद्धता की अहम भूमिका होती है। अग्रवाल ने पहली पारी में 150 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में भी 62 रन बनाए जिसके लिए उन्हें मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। 

अग्रवाल ने भारत के सीरीज 1-0 से जीतने के बाद कहा, ‘‘रन बनाकर अच्छा महसूस होता है और यह पारी मेरे लिए विशेष है। कानपुर की तुलना में मैंने कुछ भी बदलाव नहीं किया। मैं सिर्फ मानसिक अनुशासन और प्रतिबद्धता के साथ खेला।’’ 

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तीस साल के इस बल्लेबाज ने कहा कि वह किसी भी पारी में शतक के बारे में नहीं सोच रहे थे लेकिन दूसरी पारी में 60 रन से अधिक के स्कोर को उन्हें शतक में बदलना चाहिए था, ‘‘तकनीक हमेशा सर्वश्रेष्ठ नहीं होती, इससे रन बनाने की गारंटी नहीं मिलती लेकिन संघर्ष करने की प्रतिबद्धता महत्वपूर्ण होती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका में अलग तरह की चुनौती होगी, एक टीम के रूप में हम उसका लुत्फ उठाएंगे। हम इसे लेकर उत्सुक हैं।’’

 कानपुर में पहले टेस्ट में 13 और 17 रन की पारियां खेलने वाले अग्रवाल ने कहा कि मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें कहा था कि अपनी तकनीक में बदलाव नहीं करो। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल भाई ने मुझे कहा कि श्रृंखला के बीच में तकनीक के बारे में सोचने का कोई मतलब नहीं है। इसी तकनीक के साथ तुमने रन बनाए हैं, मानसिक रूप से खुद को मजबूत रखो, अपनी रणनीति पर कायम रहो और रन अपने आप बनेंगे।’’ 

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सुनील गावस्कर से मिली सलाह पर अग्रवाल ने कहा, ‘‘सनी सर ने मुझे कहा था कि शुरुआत में बल्ला नीचा रखो, बायें कंधे को थोड़ा बाहर की तरफ रखकर खेलो इससे मदद मिली। ’’ 

भारत के सीनियर आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि उन्होंने न्यूजीलैंड के बायें हाथ के स्पिनर एजाज पटेल को यहां भारतीय पारी के सभी 10 विकेट चटकाकर इतिहास रचते हुए देखने का लुत्फ उठाया लेकिन उन्हें लगता है कि इस तरह का प्रदर्शन करना उनका ‘भाग्य’ था। 

उन्होंने कहा, ‘‘एजाज ने शानदार प्रदर्शन किया। वानखेड़े में हमेशा गेंद टर्न नहीं करती और उसने सीम का इस्तेमाल किया और गेंद को सही लाइन और लेंथ के साथ फेंका। मैंने उसे गेंदबाजी करते हुए देखने का लुत्फ उठाया। यह भाग्य था।’’ अश्विन को दो मैचों में 14 विकेट चटकाने के लिए श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। 

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उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह मेरा 10 वां पुरस्कार (सीरीज के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार) है। ईमानदारी से कहूं तो मैंने वानखेड़े में गेंदबाजी का लुत्फ उठाया और प्रत्येक दिन कुछ नया था।’’ अश्विन ने कहा, ‘‘मैं दक्षिण अफ्रीका में भूमिका निभाना चाहता हूं और श्रृंखल जीतना चाहता हूं। इससे पहले हमने कभी ऐसा नहीं किया है और उम्मीद करता हूं कि इस बार हम ऐसा कर पाएंगे।’’ अश्विन ने अपने साथी स्पिनरों जयंत यादव और अक्षर पटेल की भी सराहना की। 

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