महेंद्र सिंह धोनी सात जुलाई को 41 साल के होने वाले हैं। गुरुवार को वे अपना बर्थडे सेलेब्रेट करेंगे। उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहे लगभग दो साल गुजर चुके हैं। लेकिन टीम इंडिया के कप्तान के बारे में सोचने पर ज्यादातर फैंस के जेहन में सबसे पहले अक्स उन्हीं का उभरता है। भारत के लिए मैच जीतने की संख्या के नजरिए से वे सबसे सफल कप्तान नहीं हैं लेकिन कुछ बात है कि उनकी हस्ती चरम पर दिखाई देती है।
टीम इंडिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तान धोनी
महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के बीच तुलना करें, तो कोहली ने भारत के लिए ज्यादा मुकाबले जीते हैं। टेस्ट और वनडे में धोनी उनसे पीछे हैं। इस सच्चाई के बावजूद क्रिकेट पंडित और फैंस धोनी को कोहली से बेहतर और महान कप्तान मानते हैं। इसके पीछे की वजह भी जान लीजिए।
बड़े टूर्नामेंट में धोनी हिट कोहली फ्लॉप
माही दुनिया के अकेले कप्तान हैं जिन्होंने लिमिटेड ओवर क्रिकेट में आईसीसी की सारी ट्रॉफीज जीती है। वहीं विराट का आंकड़ा यहां सिफर से आगे नहीं बढ़ता। सात जुलाई 1981 को रांची, झारखंड में पैदा हुए धोनी अचानक ही 2007 में टीम इंडिया के टी20 कप्तान बनाए गए थे। उन्होंने साउथ अफ्रीका में हुई वर्ल्ड टी20 में बतौर कप्तान डेब्यू करते हुए भारत को विश्व विजेता बनाकर इतिहास रच दिया। इसके बाद, 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका को हराकर उन्होंने भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बना दिया। इसके दो साल बाद, 2013 में धोनी ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को भी टीम इंडिया के नाम कर दिया। वहीं विराट कोहली अपनी कप्तानी में आईसीसी की कोई भी ट्रॉफी जीतने में नाकाम रहे। उनकी कप्तानी में 2019 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया सेमीफाइनल तक पहुंची थी।
धोनी की कप्तानी में भारत पहली बार बना टेस्ट में नंबर-1
भारतीय टीम 1932 से टेस्ट क्रिकेट खेल रही है लेकिन उसे टेस्ट फॉर्मेट में दुनिया की नंबर एक टीम बनने के लिए 77 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट में पहली बार 2009 में एमएस धोनी की कप्तानी में नंबर वन बनी।
धोनी ने 2014 में जब टेस्ट की कप्तानी छोड़ी, तब कोहली को एक सजी सजाई मजबूत टीम मिली। इस टीम के साथ उन्होंने विदेशों में भी कई जीतें दर्ज की लेकिन इन तमाम जीतों की बुनियाद महेंद्र सिंह धोनी ने ही तैयार की थी।
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