कप्तान की ओर देखता रह गया ये स्टार खिलाड़ी, रोहित शर्मा को नहीं आया जरा सा भी तरस
रोहित शर्मा ने आज कानपुर में टॉस के वक्त ऐलान किया कि भारत की प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यानी कुलदीप यादव एक बार फिर अपने घर पर बाहर ही बैठे रह गए।
Kuldeep Yadav: बांग्लादेश के खिलाफ पहला टेस्ट मैच चेन्नई में जीतने के बाद जब भारतीय टीम कानपुर के लिए रवाना हुई तो माना जा रहा था कि प्लेइंग इलेवन में कुछ बदलाव होंगे। टीम इंडिया करीब तीन साल बाद कानपुर के ग्रीन पार्क में टेस्ट मैच के लिए उतरने जा रही थी। लेकिन इस तरह की सभी उम्मीदों पर पानी उस वक्त फिर गया, जब टॉस के समय रोहित शर्मा ने साफ तौर पर ऐलान किया कि वे बिना किसी बदलाव के मैदान में उतरने जा रहे हैं। यानी जो टीम पिछले मैच में थी, वही इस मैच में भी खेलेगी। इससे कुलदीप यादव की आस एक बार फिर खत्म हो गई। कप्तान रोहित शर्मा को उन पर जरा सा भी तरस नहीं आया।
कानपुर में ही है कुलदीप यादव का अपना घर
भारतीय टीम के स्टार गेंदबाजों में शुमार कुलदीप यादव उत्तर प्रदेश के ही रहने वाले हैं। खास तौर पर कुलदीप का घर तो कानपुर में ही है। वे भारत के लिए सभी फॉर्मेट खेल चुके हैं, लेकिन अब तक उन्हें अपने घर कानपुर में टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला है। ये अपने आप में एक ताज्जुब की बात है। कानपुर में वैसे भी इंटरनेशनल मैच कम होते हैं, होते भी हैं, तो कभी कुलदीप होते नहीं हैं तो कभी उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया जाता है। ये एक मौका था, जब वे टीम में हो सकते थे। पिच भी स्पिनर्स की मददगार लग रही थी, लेकिन रोहित शर्मा ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए उन्हें बाहर ही बिठाए रखा।
दुनियाभर में खेले कुलदीप, घर पर अभी बाकी
कुलदीप यादव के करियर की बात की जाए तो दुनियाभर में खेल चुके हैं। भारत का शायद ही कोई स्टेडियम होगा, जहां वे ना खेले हों, लेकिन कानपुर में टेस्ट खेलने की उनकी मुराद अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। वे अब 12 टेस्ट में भारत के लिए 53 विकेट ले चुके हैं। वनडे में तो उनके नाम 106 मैच दर्ज हैं, लेकिन अपने घर पर घरेलू दर्शकों के बीच पांच दिन तक भारत के लिए टेस्ट खेलने की उनकी तमन्ना अभी तक अधूरी ही है।
टीम इंडिया तीन स्पिनर्स के साथ उतर सकती थी
संभावना जताई जा रही थी कि चेन्नई टेस्ट के बाद एक तेज गेंदबाज को कम कर टीम इंडिया तीन स्पिनर्स के साथ उतर सकती है। इसमें अक्षर पटेल और कुलदीप यादव दावेदार थे। कुलदीप यादव अपने घर पर थे, इसलिए उनके खेलने की संभावना ज्यादा थी। लेकिन वे बाहर ही बैठे रहे। अब जल्द कानपुर में कोई मैच है ही नहीं। ऐसे में कुलदीप यादव को आने वाले कुछ और साल घर पर टेस्ट खेलने का इंतजार करना पड़ेगा, ये सपना कब पूरा होगा, ये देखना काफी रोचक होगा।
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