केएल राहुल से छिनी उपकप्तानी? BCCI ने टीम का ऐलान कर दिए बड़े संकेत
केएल राहुल की बल्लेबाजी को लेकर तो कई सवाल उठ ही रहे थे, लेकिन रविवार को बीसीसीआई ने जब टीम इंडिया का नया स्क्वॉड घोषित किया तो यह भी सवाल उठने लगे कि, क्या राहुल की उपकप्तानी भी छिन गई?
भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट मैच और आगामी तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए बीसीसीआई द्वारा रविवार शाम को घोषणा की गई। टेस्ट टीम में कोई बदलाव नहीं किए गए वहीं वनडे टीम में रवींद्र जडेजा की वापसी हुई तो एक दशक यानी 10 साल के बाद इस फॉर्मेट में जयदेव उनादकट को भी चुना गया। इसके अलावा संजू सैमसन और सरफराज खान को दरकिनार करने पर भी कई सवाल उठे। पर इन सबके बीच जो सबसे बड़ा संकेत बोर्ड की तरफ से निकल कर आया वो था केएल राहुल को लेकर। दरअसल पहले दो टेस्ट मैच के लिए जारी स्क्वॉड में केएल राहुल ही उपकप्तान थे। पर आखिरी दो टेस्ट के लिए जिस तरह टीम को बीसीसीआई ने जारी किया, उससे हर तरफ यही सवाल था कि क्या बीसीसीआई ने राहुल से उपकप्तानी छीन ली है?
ऐसा हम नहीं कह रहे कि केएल राहुल से उपकप्तानी छिन गई है। ऐसा बीसीसीआई का संकेत कह रहा है जो उसने टीम को जारी करने के समय अपनी प्रेस रिलीज में दिए। पहले दो टेस्ट के लिए जो स्क्वॉड 13 जनवरी 2023 को जारी हुआ था उसमें राहुल के नाम के आगे वाइस कैप्टन लिखा हुआ था। पर इस बार 19 फरवरी 2023 को जो आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए स्क्वॉड जारी हुआ उसमें उनके नाम के आगे उपकप्तान नहीं था और ना ही किसी और के नाम के आगे ऐसा लिखा था। इसी के बाद सवाल उठे कि क्या राहुल से अब उपकप्तानी छिन गई है? हालांकि, बीसीसीआई की तरफ से ऐसा कुछ कहा नहीं गया लेकिन अगर पिछले कुछ समय की बात करें तो बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज के बाद जब हार्दिक पंड्या की श्रीलंका सीरीज के लिए वनडे टीम में वापसी हुई थी तब भी बिना किसी ऐलान के राहुल से उपकप्तानी छीनकर हार्दिक को दी गई थी।
इसलिए इस बार भी ऐसे ही सवाल उठ रहे हैं, पर इस पर कोई स्पष्टता नहीं है। अगर कुछ और बातों पर गौर किया जाए तो कुछ वक्त से इस बात पर डिबेट जारी है कि उपकप्तान हैं तो क्या खराब फॉर्म के बाद भी टीम से बाहर नहीं कर सकते? कपिल देव और वेंकटेश प्रसाद जैसे कई पूर्व क्रिकेटरों ने भी इस पर अपना मत दिया था। यही कारण है कि अब जब आखिरी दो टेस्ट का स्क्वॉड सामने आया उसमें जिस तरह से बीसीसीआई ने टीम को दर्शाया उससे यह भी संकेत हो सकते हैं कि अब केएल राहुल को खुद को साबित करना होगा। यह कोई नई बात नहीं है जब बोर्ड पीछे शिखर धवन के साथ ऐसा कर सकता है जो रोहित की अनुपस्थिति में कप्तानी करते थे पर अब उनकी वापसी की भी राह नहीं दिख रही, तो राहुल के साथ क्यों नहीं?
बेहद खराब हैं केएल राहुल के आंकड़े
केएल राहुल के आंकड़ों की बात करें तो वह बेहद शर्मनाक हैं। सिर्फ टेस्ट ही नहीं व्हाइट बॉल क्रिकेट में भी उनके प्रदर्शन पर सवाल उठते रहे हैं। टी20 वर्ल्ड कप 2022 के दौरान उनके मेडन ओवर खेलने और लगातार फ्लॉप होने पर सवाल उठ रहे थे। वहीं उसके बाद उन्हें टी20 टीम से ड्रॉप भी किया गया। बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज में एक पारी उन्होंने 73 रनों की खेली थी लेकिन टीम को जीत तक नहीं ले जा पाए थे। फिर श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने एक प्रेशर मैच में 64 रन बनाकर जीत दिलाई थी। इन दो पारियों के अलावा 11 वनडे पारियों में वह कुछ खास नहीं कर पाए। टेस्ट में तो उनका प्रदर्शन बेहद लचर है और आखिरी शतक उनका 12 पारियों के पहले दिसंबर 2021 में आया था। उसके बाद वह सिर्फ एक बार ही 23 से ऊपर का स्कोर बना पाए हैं। यही कारण है कि उनके प्रदर्शन पर अब सवाल चिन्ह लगने लगे हैं