एशेज सीरीज में अब तक लचर प्रदर्शन के बावजूद इंग्लैंड के आक्रामक विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर का टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का कोई इरादा नहीं है और उन्होंने पांच दिवसीय प्रारूप से साउथ अफ्रीका के क्विंटन डिकॉक के अचानक संन्यास लेने पर निराशा जताई। इस समय सीमित ओवरों के क्रिकेट के शीर्ष बल्लेबाजों में से एक बलटर एशेज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टेस्ट में अब तक सिर्फ 19.20 की औसत से रन बना पाए हैं।
वह मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में हिट विकेट आउट हुए और उन्होंने सीरीज में विकेट के पीछे कई कैच भी टपकाए। बटलर ने हालांकि पांच जनवरी से यहां शुरू हो रहे चौथे टेस्ट से पूर्व खेल के तीनों प्रारूपों में खेलने की प्रतिबद्धता जताई।
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‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ ने उनके हवाले से कहा, ‘‘निश्चित तौर पर यह मेरी महत्वाकांक्षा है। मुझे अपने परिवार का समर्थन हासिल है जिन्होंने मेरा और मेरे करियर का समर्थन किया है और इसके लिए काफी बलिदान दिए हैं। इससे आपको काफी प्रेरणा मिलती है। इससे निश्चित तौर पर खेलते रहने की मेरी इच्छा बनी रहती है।’’
डिकॉक के 29 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले के बारे में पूछने पर बटलर ने कहा कि वह इस फैसले से निराश हैं लेकिन साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी के कदम का समर्थन करते हैं।
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बटलर ने कहा, ‘‘यह (टेस्ट से संन्यास) क्विंटन की निजी स्थिति है लेकिन क्रिकेट के प्रशंसक और उनके प्रशंसक के रूप में मैं निराश हूं कि वह इस स्थिति में है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उसे बल्लेबाजी करते, विकेटकीपिंग करते और टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए देखना पसंद है। विश्व क्रिकेट को इस प्रारूप में उसकी कमी खलेगी। लेकिन मैं अपने लिए सही फैसला करने के लिए उसकी सराहना करता हूं। ’’
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