अब कभी अंपायर से पंगा नहीं लेंगे रविचंद्रन अश्विन! BCCI ने दी ये बड़ी सजा
राजस्थान रॉयल्स के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को अंपायर से पंगा लेना भारी पड़ गया है।
आईपीएल 2023 के 17वें मैच में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम को राजस्थान रॉयल्स की टीम के खिलाफ एक रोमांचक मुकाबले में 3 रन से हार का सामना करना पड़ा। कांटे के इस मैच का फैसला आखिरी गेंद फेंके जाने के बाद हुआ। लेकिन इस मैच से एक और मामला अब सामने आया है। राजस्थान की टीम के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पर आईपीएल के बीच बीसीसीआई ने बड़ा फैसला लिया है।
अश्विन को मिली बड़ी सजा
स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पर यहां चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ मैच के दौरान आईपीएल की आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए गुरुवार को मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। अश्विन पर मैच के दौरान आईपीएल की आचार संहिता के नियम 2.7 के उल्लंघन के लिए जुर्माना लगाया गया था। आईपीएल ने बयान में कहा कि आचार संहिता के नियम 2.7 के तहत अश्विन ने लेवल एक के अपराध को स्वीकार किया। आचार संहिता के लेवल एक के उल्लंघन के लिए मैच रेफरी का फैसला अंतिम और बाध्यकारी होता है।
बयान में अपराध की प्रकृति का उल्लेख नहीं है लेकिन खिलाड़ियों और टीम अधिकारियों की आचार संहिता का नियम 2.7 सार्वजनिक आलोचना, या किसी मैच से जुड़ी घटना या किसी खिलाड़ी, टीम अधिकारी, मैच अधिकारी से जुड़ी घटना के संबंध में अनुचित टिप्पणी से संबंधित है।
अंपायर्स को लेकर दिया था ये बयान
मैच के बाद अश्विन ने कहा था कि बुधवार को चेपॉक में ओस के कारण अंपायरों द्वारा अपनी मर्जी से गेंद को बदलने के फैसले से वह हैरान रह गए थे और इस तरह के फैसले लेते समय निरंतरता होनी चाहिए। एमए चिदंबरम स्टेडियम में सुपरकिंग्स के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान भारी ओस के कारण अंपायरों को हस्तक्षेप करने और गेंद को बदलने को मजबूर होना पड़ा जिससे मैच में 25 रन देकर दो विकेट चटकाने वाले अश्विन ‘हैरान’ थे। अश्विन ने कहा कि उन्होंने इससे पहले ऐसा कभी नहीं देखा कि अंपायरों ने बहुत अधिक ओस गिरने पर गेंद बदली हो।
अश्विन ने कहा कि मेरा कहने का मतलब है कि मैं इसलिए हैरान हूं क्योंकि इसके अच्छे या गलत परिणाम निकल सकते हैं। इसलिए मेरा मानना है कि आपको थोड़ा संतुलन बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारी टीम गेंदबाजी कर रही थी और हमने गेंद बदलने के लिए नहीं कहा था। लेकिन अंपायरों ने अपनी मर्जी से गेंद बदल दी। मैंने अंपायर से पूछा और उन्होंने कहा कि हम (अंपायर) ऐसा कर सकते हैं।