LSG को मिला गेल जैसा खतरनाक खिलाड़ी, पिछले सीजन 500 रन बनाने वाले बल्लेबाज के लिए बना मुश्किल
IPL 2023: क्विंटन डी कॉक को लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए सीजन के 8वें मुकाबले में भी जगह नहीं मिल पाई है। उनकी ही टीम का एक खिलाड़ी उनके लिए बड़ी समस्या बन गया है।
आईपीएल 2023 में लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम अपना 8वां मुकाबला पंजाब किंग्स के खिलाफ खेलने उतरी है। टीम ने शुरुआती सात में से चार मैचों में जीत दर्ज की थी। लेकिन अभी तक किसी भी मैच में टीम के एक स्टार खिलाड़ी को जगह नहीं मिली है। क्विंटन डी कॉक का आधे से ज्यादा सीजन अभी तक बेंच पर बैठे हुए ही गुजर रहा है। केएल राहुल की अगुआई वाली टीम में डी कॉक के लिए मुश्किल उनकी ही टीम के खिलाड़ी बन रहे हैं। एक मैच में कप्तान राहुल ने भी इस बारे में टॉस के बाद बयान दिया था। उनका साफ कहना था कि चार विदेशी ही खेल सकते हैं इस कारण डी कॉक को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ सकता है।
आईपीएल 2022 के 15 मैचों में 508 रन बनाने के बावजूद डी कॉक को अभी तक इस सीजन खेलने का मौका नहीं मिला है। नेशनल ड्यूटी के कारण पहले दो मुकाबलों के लिए वह उपलब्ध नहीं थे। लेकिन जबसे वह लौटे हैं उन्हें बेंच पर ही बैठना पड़ा है। पिछले सीजन डी कॉक ने तीन अर्धशतक और एक शतक लगाया था। 140 रन नाबाद उनका सर्वाधिक स्कोर था। कप्तान केएल राहुल के साथ उन्होंने कई मौकों पर टीम को शानदार शुरुआत दिलाई थी और प्लेऑफ तक पहुंचाने में उनका अहम योगदान भी रहा था। पर इस बार उनके लिए अपनी ही टीम का खिलाड़ी गले की फांस बन गया है।
काइल मायर्स की खतरनाक बल्लेबाजी
क्विंटन डी कॉक के लिए इस सीजन सबसे बड़ी समस्या बने हैं वेस्टइंडीज के काइल मायर्स। उनकी बल्लेबाजी क्रिस गेल की याद दिलाती है। उन्होंने लखनऊ के लिए अभी तक आठों मैचों में कप्तान राहुल के साथ शुरुआत की है। पंजाब किंग्स के खिलाफ भी मायर्स ने कमाल की बल्लेबाजी की और 24 गेंदों पर ताबड़तोड़ 54 रन जड़ते हुए सीजन का अपना चौथा पचासा जड़ा। उन्होंने अभी तक इस सीजन में 161 के स्ट्राइक रेट से खतरनाक बल्लेबाजी की है। मायर्स ने इस सीजन अभी तक 8 मैचों में 297 रन बना लिए हैं। उन्होंने चार अर्धशतक लगाए हैं और उनके बल्ले से 26 चौके और 20 छक्के निकले हैं।
मायर्स का यह पहला आईपीएल सीजन है। उन्हें लखनऊ की फ्रेंचाइजी ने महज 50 लाख के बेस प्राइज पर अपने साथ जोड़ा था। अभी तक वह लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए एक फायदे का सौदा बनकर उभरे हैं। उन्होंने इस कदर अपनी छाप छोड़ी है कि उनके सामने पिछले सीजन 500 से अधिक रन बनाने वाले क्विंटन डी कॉक को टीम मौका नहीं दे पारी है। वह गेंदबाजी में भी टीम के काम आते हैं। उन्होंने शुरुआती सात मैचों की तीन पारियों में 7 की इकॉनमी से गेंदबाजी भी की है। टी20 क्रिकेट में यह खराब इकॉनमी नहीं है। अब देखना होगा कि क्विंटन डी कॉक को कब टीम में जगह मिलती है। वह एक बड़े मैच विनर खिलाड़ी हैं और निश्चित ही गौतम गंभीर डगआउट में बैठकर उनके लिए कोई खास रणनीति सोच रहे होंगे।