विश्व विजय के लिए तैयार हैं भारत की बेटियां, स्मृति की बैटिंग-हरमनप्रीत की कप्तानी; T20 वर्ल्ड कप में सभी टीमों पर पड़ेगी भारी
भारतीय महिला टीम आज तक टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी नहीं जीती है। टीम ने एक बार फाइनल में जगह जरूर बनाई, लेकिन तब ऑस्ट्रेलियाई टीम के हाथों हार झेलनी पड़ी। इस बार कहानी बदल चुकी है और भारतीय टीम खिताब जीतने की प्रबल दावेदार है।
अंग्रेजों से भारत को आजादी दिलाने में रानी लक्ष्मीबाई, सरोजिनी नायडू, दुर्गा भाभी और बेगम हजरत महल ने अहम भूमिका निभाई। इसके बाद जब भारत आजाद हुआ, तो देवी दुर्गा का रूप कही जाने वाली भारतीय महिलाओं ने हर क्षेत्र में हिंदुस्तान को आगे बढ़ाया। राजनीति, शिक्षा, विज्ञान और खेल सभी फील्ड में महिलाओं ने पुरुषों से कदम-ताल मिलाकर देश का परचम पूरी दुनिया में लहराया। अब खेल की दुनिया में भी भारतीय महिला प्लेयर्स झंडे गाड़ने के लिए तैयार हैं। क्रिकेट के महाकुंभ महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 की शुरुआत अक्टूबर में यूएई की धरती पर होने जा रही है। इसमें लोहा मनवाने के लिए भारतीय महिला प्लेयर्स ने कमर कस ली है और पूरा विश्व भारतीय प्लेयर्स की ताकत और जज्बे को देखने के लिए तैयार है। भारतवासी उस पल के लिए पलकें बिछाए तैयार बैठे हैं। जब भारतीय महिला टीम पहली बार टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीतकर घर लौटे।
महिला टी20 वर्ल्ड कप में भारत के पास मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए भारतीय बल्लेबाजी काफी हद तक स्मृति मंधाना, हरमनप्रीत कौर, शेफाली वर्मा और जेमिमा रोड्रिगेज पर टिकी हुई है। दुनिया के किसी भी बॉलिंग लाइन अप को इनसे पार पाना आसान नहीं होगा। टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए ओपनिंग की जिम्मेदारी मंधाना और शेफाली की जोड़ी संभालती हुए नजर आएगी। ये दोनों ही प्लेयर्स अपना दिन होने पर किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर सकती हैं। पहले भी इन दोनों ने अपने दम पर टीम इंडिया को कई मैचों में जीत दिलाई है। शेफाली अभी सिर्फ 20 साल की हैं और उनकी कप्तानी में भारतीय महिला टीम टी20 अंडर-19 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी अपने नाम कर चुकी है। वह टी20 इंटरनेशनल करियर में 1948 रन बना चुकी हैं, जिसमें 10 अर्धशतक शामिल हैं।
इनका साथ देने के लिए टीम में कप्तान हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रोड्रिगेज जैसी सुपरस्टार प्लेयर्स भी रन बनाने के लिए मौजूद हैं। भारत की मजबूत बल्लेबाजी के ताज में हरमनप्रीत और मंधाना जैसी प्लेयर्स उस हीरे की तरह हैं, जिनका बल्ला जब चलता है, तो टीम इंडिया की जीत पक्की होती है। जेमिमा चंद गेंदों में ही मैच का रुख बदलने में माहिर हैं। उनकी सबसे खास बात ये है कि वह जरूरत पड़ने पर मैच के अनुसार तेज भी खेल सकती हैं और पारी को भी चला सकती हैं। मिडिल ऑर्डर में वह बैटिंग की धुरी हैं। उन्होंने भारत के लिए टी20 इंटरनेशनल करियर में 2074 रन बनाए हैं।
दीप्ति शर्मा पर सबसे अधिक जिम्मेदारी
ऑलराउंडर के तौर पर दीप्ति शर्मा को स्क्वाड में जगह मिली है, जो गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों से ही टीम को मैच जिताने की काबिलियत रखती हैं। गेंदबाजी डिपार्टमेंट में पूजा वस्त्राकर और रेणुका सिंह जैसी अनुभवी प्लेयर्स को चांस मिला है। इन प्लेयर्स की सटीक लाइन और लेंथ विरोधी टीमों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। स्पिन विभाग की जिम्मेदारी राधा यादव, आशा शोभना और युवा श्रेयंका पाटिल को दी गई है। श्रेयंका ने पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन किया है। बहुत ही कम समय में उन्होंने अपना एक अलग मुकाम बनाया है।
ट्रेनिंग कैंप में भारतीय प्लेयर्स ने कमजोर क्षेत्रों पर किया काम
महिला एशिया कप 2024 में भारतीय टीम ने दमदार प्रदर्शन किया था और फाइनल से पहले टीम एक भी मुकाबला नहीं हारी थी। फाइनल में टीम को श्रीलंका के खिलाफ 8 विकेट से हार झेलनी पड़ी। एशिया कप के बाद से भारतीय महिला टीम एक भी मुकाबला नहीं खेली है। लेकिन भारतीय टीम ने ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लिया। जहां प्लेयर्स ने फिटनेस और फील्डिंग पर खासा जोर दिया। फील्डिंग की प्लेयर्स ने खास प्रैक्टिस की थी। खराब फील्डिंग को लेकर पहले भी टीम इंडिया की कई बार आलोचना होती रही है।
ऑस्ट्रेलिया टीम ने चार साल पहले तोड़ा था खिताब का सपना
भारतीय टीम अभी तक एक बार भी महिला टी20 वर्ल्ड कप का खिताब नहीं जीत पाई है, लेकिन इस बार टीम इंडिया स्वर्णिम इतिहास रचने के इरादे से टी20 वर्ल्ड कप में उतरेगी। भारतीय महिला टीम के सफर को जानने के लिए आपको थोड़ा पीछे चलना होगा।
साल 2020 ऑस्ट्रेलिया का विश्व प्रसिद्ध मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड। तब ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम और भारतीय महिला टीम के बीच टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल खेला गया, जिसमें तब ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 184 रन बनाए, जिसके जवाब में पहली बार फाइनल मुकाबला खेल रही भारतीय टीम सिर्फ 99 रनों पर ही ऑलआउट हो गई और पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल पाई। तब कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा था कि आज का दिन खराब था। लेकिन मुझे अभी भी अपनी टीम पर बहुत भरोसा है। इसके बाद भारतीय महिला टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में भी जगह बनाई, जहां ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर उसके खिताब जीतने के रास्ते में खड़ी हो गई और सिर्फ 5 रनों से मैच हरा दिया। सेमीफाइनल में हरमनप्रीत कौर अच्छा खेल रही थीं, लेकिन बदकिस्मती से रन आउट हो गईं।
कप्तान हरमनप्रीत कौर ने ऑस्ट्रेलिया को हराने की दी खुली चुनौती
अब जब टी20 वर्ल्ड कप 2024 का सभी स्वागत करने के लिए तैयार हैं, तब भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा कि...
भारत उन टीमों में से एक है जो उन पर बहुत कड़ा प्रहार कर सकती है। मुझे लगता है कि यह वास्तव में एक पॉजिटिव संकेत है। हम जानते हैं कि जब भी हम उनके खिलाफ खेल रहे हैं, हम उन्हें (ऑस्ट्रेलिया) किसी भी दिन, किसी भी समय हरा सकते हैं। वे जानते हैं कि हम एक ऐसी टीम हैं जो वास्तव में अच्छी है। कप्तान हरमनप्रीत कौर के बयान से साफ है कि टीम इंडिया इस बार किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
भारतीय महिला टीम ने एशिया कप से पहले खेली गई टी20 सीरीज में बांग्लादेश को 5-0 से हराया था। जबकि साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज 1-1 से बराबर रही। लेकिन भारतीय टीम को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में हार झेलनी पड़ी थी। टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और भारत तीनों ही खिताब जीतने के प्रबल दावेदार हैं। भारत के पास ऐसे खिलाड़ी हैं, जो किसी भी परिस्थिति से मैच जिता सकते हैं। टीम की बल्लेबाजी में गहराई है और गेंदबाज भी अच्छे हैं।
भारतीय महिला टीम को ग्रुप-ए में मिली जगह
टीम इंडिया के खिताब जीतने के पूरे चांस हैं। भारतीय टीम को टी20 वर्ल्ड कप के लिए ग्रुप-ए में जगह मिली है। इसमें उनके अलावा ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और श्रीलंकाई टीमें शामिल हैं। भारतीय टीम अपना पहला मुकाबला 4 अक्टूबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेगी। इसके बाद 6 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ महामुकाबला होगा। फिर 9 अक्टूबर को श्रीलंका से और 13 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया से मैच खेलेगी।
टीम में युवा और अनुभवी प्लेयर्स को मिला चांस
महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए भारतीय स्क्वाड में चार प्लेयर्स ऐसी हैं, जिन्होंने अपने टी20 इंटरनेशनल करियर में 100 या उससे ज्यादा मैच खेले हैं। इनमें हरमनप्रीत कौर (173 T20I मैच), स्मृति मंधाना (141 T20I मैच), दीप्ति शर्मा (117 T20I मैच) और जेमिमा रोड्रिगेज (100 T20I मैच) शामिल हैं। इन प्लेयर्स के पास अनुभव की कोई कमी नहीं है और लंबे समय से टीम इंडिया के लिए खेल रही हैं। टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का प्रदर्शन कैसा रहता है। काफी हद तक इन प्लेयर्स पर निर्भर करेगा।
दूसरी तरफ शेफाली वर्मा (81 T20I मैच), पूजा वस्त्राकर (70 T20I मैच), रेणुका सिंह (47 T20I मैच), राधा यादव (80 T20I मैच) और ऋचा घोष (55 T20I मैच) जैसी प्लेयर्स हैं, जो टीम इंडिया के लिए 50 से ज्यादा टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुकी हैं। टी20 वर्ल्ड में इन प्लेयर्स का रोल भी अहम होगा।
हरमनप्रीत सबसे ज्यादा T20I मैचों में कप्तानी करने वाली प्लेयर
महिला टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में हरमनप्रीत कौर सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने वाली प्लेयर हैं। उन्होंने अभी तक 118 T20I मैचों में कप्तानी की है, जिसमें से 68 में भारतीय टीम ने जीत हासिल की है और 44 मुकाबले हारे हैं। वह गेंदबाजी में शानदार तरीके से बदलाव करती हैं।
भारतीय क्रिकेटर पूनम यादव ने दीप्ति शर्मा की तारीफ की
महिला टी20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली स्टार क्रिकेटर पूनम यादव ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा कि...
स्पिन विभाग बहुत अच्छा कर रहा है। दीप्ति शर्मा ने अच्छी बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया है। बीबीएल और हंड्रेड में उनका प्रदर्शन शानदार था। उन्हें बल्लेबाजी करने के लिए ऊपर भेजा जाना चाहिए। भारत की समस्या सेमीफाइनल और फाइनल में थी जहां हम पिछड़ जाते थे, लेकिन हरमनप्रीत और कोच को साइकोलॉजिस्ट मुग्धा बावरे की मदद मिली, जिन्होंने खेल के मानसिक पहलू पर बहुत काम किया है। इससे टीम को बड़ी बाधा पार करने में आसानी होगी।
पूनम यादव ने सेमीफाइनल में जाने वाली टीमों के नाम भी बताए उन्होंने कहा कि...
इस समय हमारी बल्लेबाजी मजबूत है। टॉप ऑर्डर हो, मिडिल ऑर्डर हो यहां तक निचले क्रम में भी हम अच्छी बैटिंग करते हैं। रेणुका सिंह के फॉर्म में लौटने से टीम की गेंदबाजी भी बढ़िया हो गई है। टीम में बढ़िया संतुलन है। इसके अलावा उन्होंने भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टीमों के सेमीफाइनल में जाने की भविष्यवाणी की है।
पहली बार श्रेयंका पाटिल को मिली जगह
युवा श्रेयंका पाटिल ने वुमेंस प्रीमियर लीग में दमदार प्रदर्शन किया, जिससे वह सभी को प्रभावित करने में सफल रही। WPL में उन्होंने आरसीबी की टीम के लिए खिताब जीता और फिर टीम इंडिया में एंट्री कर ली। अब वह पहली बार टी20 वर्ल्ड कप में खेलने के लिए तैयार हैं।
ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम का रहा है एकछत्र राज
सबसे पहले महिला टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन साल 2009 में हुआ था। तब इंग्लैंड की टीम ने न्यूजीलैंड को हराकर इस खिताब को अपने नाम किया था। महिला टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास में अभी तक सिर्फ तीन टीमें हैं, जिन्होंने खिताब जीतने में सफलता हासिल की है। इनमें ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीमें शामिल हैं। वेस्टइंडीज ने अपना एकमात्र खिताब साल 2016 में जीता था। महिला टी20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम का पूरी तरह से एकछत्र राज रहा है। अभी तक ऑस्ट्रेलियाई टीम 6 बार ट्रॉफी जीत चुकी है।
उम्मीद है हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम करोड़ों भारतवासियों को खुशी का मौका जरूर देगी। भारत टी20 वर्ल्ड कप में इतिहास बदलते हुए ट्रॉफी जीतेगा और वर्ल्ड कप ट्रॉफी घर आएगी।