IND vs WI: भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर वेस्टइंडीज के खिलाफ मौजूदा दौरे पर शानदार फॉर्म में हैं लेकिन वह अपने अर्धशतकों को शतक में नहीं बदल पाने से निराश हैं। अय्यर ने दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 71 गेंदों पर 63 रन बनाए और भारत की दो विकेट से रोमांचक जीत में अहम भूमिका निभाई। पहले वनडे में भी अय्यर ने 54 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली थी। विंडीज के खिलाफ उनका रिकॉर्ड शानदार है और वह टीम के खिलाफ 9 वनडे खेले हैं जिसकी 8 में से 7 पारियों में उन्होंने फिफ्टी लगाई है।
दूसरे वनडे में भी श्रेयस अय्यर ने संजू सैमसन के साथ चौथे विकेट के लिए 99 रनों की साझेदारी की। सैमसन ने 54 रन बनाए जबकि बाद में अक्षर पटेल ने नाबाद 64 रन बनाकर भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया। अय्यर विंडीज के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हैं। उन्होंने कैरेबियाई टीम के खिलाफ अभी तक 8 वनडे पारियों में 57.87 की औसत से 463 रन बनाए हैं और उनकी स्ट्राइक रेट 97.47 है। वहीं पोर्ट ऑफ स्पेन में वह चार पचासे लगा चुके हैं जिसमें से दो इसी सीरीज में आए हैं।
फिर भी क्यों निराश हैं श्रेयस अय्यर?
श्रेयस अय्यर ने मैच के बाद कहा, ‘‘मैंने आज जो स्कोर किया उससे मैं खुश हूं लेकिन जिस तरह से मैं आउट हुआ उससे नाखुश हूं। मुझे टीम को आसानी से लक्ष्य तक पहुंचाना चाहिए था। मैंने अच्छी शुरुआत की लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से अपना विकेट गंवाया। उम्मीद है कि अगले मैच में मैं इससे बेहतर प्रदर्शन करूंगा और शतक बनाने में सफल रहूंगा।’’ इस 27 वर्षीय बल्लेबाज को अफसोस है कि वह अब तक शतक नहीं जमा पाए हैं। पिछली बार भी मेरा अच्छा कैच लपका गया था। निश्चित तौर पर मैं यह नहीं कहूंगा कि मैंने अपना विकेट आसानी से गंवाया लेकिन मुझे अपनी अच्छी शुरुआत को शतक में बदलना चाहिए था। पर मैं टीम की जीत में योगदान देकर खुश हूं।’’
अय्यर ने फिर कहा, ‘‘यह अच्छा है कि मैंने लगातार दो मैचों में अर्धशतक जमाए लेकिन मुझे इन्हें शतक में तब्दील करना चाहिए था क्योंकि मैंने अच्छी शुरुआत की थी। आपको अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस तरह की शुरुआत हमेशा नहीं मिलती है और अधिक से अधिक अर्धशतक को शतक में बदलने से फायदा मिलता है। मेरे पास आज इसका अच्छा मौका था। यह (तीसरा नंबर) बल्लेबाजी करने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थानों में से एक है। आपको मुश्किल परिस्थितियों में क्रीज पर उतरना पड़ सकता है। यदि विकेट जल्दी गिर गया तो आपको जल्दी क्रीज पर उतरना पड़ेगा और पारी संवारने की भूमिका निभानी पड़ेगी।’’
कैसे की फॉर्म में वापसी?
अय्यर आगे बोले कि, ‘‘इसके साथ ही जब पहले विकेट के लिए अच्छी साझेदारी निभाई जाती है तो फिर आपको उसी को आगे बढ़ाना पड़ता है। मुझे तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए बड़ा आनंद आ रहा है।’’ उन्होंने अपनी शानदार फार्म का श्रेय कड़ी मेहनत को दिया। अय्यर ने कहा, ‘‘मुझे यह अच्छे परिणाम कड़ी मेहनत के कारण मिल रहे हैं। मैंने हाल में काफी कड़ी मेहनत की थी क्योंकि परिस्थितियां बदलती रहती है और आपको लगातार मैच खेलने पड़ते हैं। ऐसे में आपको हर तरह से फिट रहने की जरूरत होती है।’’
गौरतलब है कि इस सीरीज से पहले श्रेयस अय्यर की फॉर्म पर लगातार सवाल उठ रहे थे। इंग्लैंड के दौरे पर तेज गेंदबाजों के सामने उनकी शॉर्ट बॉल खेलने की कमजोरी पर भी काफी चर्चा हो रही थी। ऐसी परिस्थितियों में अय्यर ने विंडीज सीरीज से पहले नेट्स में घंटों बिताए और शॉर्ट पिच गेंदों की विशेषकर प्रैक्टिस की। साथ ही स्पिन अटैक के सामने इस भारतीय बल्लेबाज को खेलने में महारथ हासिल है। अगर इसी तरह अय्यर अपने फॉर्म को जारी रखते हैं तो आगामी टी20 वर्ल्ड कप और एशिया कप के लिए वह भारत के लिए अहम विकल्प साबित हो सकते हैं।
Latest Cricket News