टीम इंडिया के नए कप्तान रिषभ पंत इस वक्त मुश्किल में हैं। अपनी कप्तानी के डेब्यू मैच में ही भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है। भारतीय टीम टी20 विश्व कप 2021 के शुरुआती दो मैच हारी थी, उसके बाद से टीम इंडिया अजेय बनी हुई थी, लेकिन लगातार 12 टी20 इंटरनेशनल मैच जीतने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने पांच टी20 मैचों की सीरीज के पहले ही मैच में भारतीय टीम को पटकनी दे दी। सीरीज का पहला मैच टीम इंडिया तब हारी है, जब भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 211 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया था। इस मैच से पहले भारतीय टीम को 200 से ज्यादा रन बनाने के बाद कभी भी हार नहीं मिली थी। अब दूसरे मैच में फिर से कप्तान रिषभ पंत की परीक्षा होगी। देखना होगा कि वे क्या करते हैं, लेकिन इतना तो तय है कि पहले मैच के बाद दूसरे मैच में भारतीय टीम को रणनीति में बदलाव करना पड़ेगा।
युजवेंद्र चहल पर जताना होगा पूरा भरोसा
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए टीम इंडिया के कप्तान रिषभ पंत को पहला काम ये करना होगा कि युूजवेंद्र चहल पर भरोसा करना होगा। युजवेंद्र चहल ने आईपीएल 2022 में सबसे ज्यादा विकेट अपने नाम किए थे और पर्पल कैप जीत थी। लेकिन इस सीरीज के पहले मैच में कप्तान रिषभ पंत ने युजवेंद्र चहल से केवल दो ही ओवर कराए और आखिरी ओवर तब दिया गया, जब दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए चार रन की दरकार थी। ये बात सही है कि युजवेंद्र चहल ने अपने पहले दो ओवर में काफी रन दिए थे, लेकिन जो खिलाड़ी आईपीएल 2022 का स्टार हो, वो एकदम से कैसे खराब हो सकता है।
उमरान मलिक की टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में होनी चाहिए एंट्री
कप्तान रिषभ पंत को दूसरा काम ये करना होगा कि घातक गेंदबाज उमरान मलिक की टीम में एंट्री करनी होगी। पहले टी20 में भारत ने तीन गेंदबाज उतारे थे। भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल और आवेश खान। इनमें से एक भी गेंदबाज ऐसा नहीं है, जो विरोधी टीम के मन में खौफ पैदा करे। लेकिन उमरान मलिक अपनी तेज गेंदों से दक्षिण अफ्रीका को न केवल परेशान कर सकते हैं, बल्कि बैकफुट पर भी ढकेल सकते हैं। अब इन तीन तेंज गेंदबाजों में से कौन सा खिलाड़ी बाहर होगा, ये तय करना कप्तान रिषभ पंत और कोच राहुल द्रविड़ का काम है।
रवि बिश्नोई को भी प्लेइंग इलेवन में करना होगा शामिल
सीरीज में एक और बदलाव करने की जरूरत है। अभी की प्लेइंग इलेवन में दो स्पिनर खेल रहे हैं। युजवेंद्र चहल और अक्षर पटेल। पहले मैच में तो बतौर आलराउंडर खेल रहे अक्षर पटेल की बल्लेबाजी भी नहीं आई। सवाल ये भी है कि अगर आपके आगे के बल्लेबाज कुछ नहीं कर सकते तो फिर अक्षर पटेल ही क्या कर लेंगे। वैसे भी पहले मैच में बल्लेबाजों ने तो अपना काम किया ही था। गेंदबाज ही 211 रनों के टोटल को बचाने में कामयाब नहीं हो पाए। इसलिए दूसरे या फिर आगे के मैचों में टीम को गेंदबाजी पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत है।
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