बेंगलुरु टेस्ट में दूसरे दिन कैसा रहेगा मौसम, क्या बारिश करेगी फैंस का मजा खराब, जानें वेदर रिपोर्ट
भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले टेस्ट मैच का पहला दिन बारिश में धुल गया। अब सारी उम्मीदें दूसरे दिन के खेल पर टिकी हैं। आइए जानते हैं दूसरे दिन कैसा रहेगा बेंगलुरु का मौसम?
भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले टेस्ट मैच का आज यानी 16 अक्टूबर से बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में आगाज होना था लेकिन बारिश ने सारा काम खराब कर दिया। पहले दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। यही नहीं, मैच में टॉस भी नहीं हो सका। इस तरह पहले दिन का खेल बारिश और गीले मैदान के कारण रद्द हो गया। पूरे दिन बारिश की आंखमिचौली चलती रही। दोपहर में थोड़ी देर के लिए जब बारिश रूकी तो अंपायरों और अन्य मैच अधिकारियों ने करीब 2 बजे मैदान का मुआयना किया। इसके आधे घंटे बाद ही पहले दिन के खेल को रद्द करने का फैसला किया गया।
दूसरे दिन जल्दी होगा मैच का आगाज
मैच में पहले दिन सुबह से ही बारिश होती रही। यही वजह रही कि सुबह 9 बजे दोनों कप्तान टॉस के लिए भी मैदान में नहीं आ सके। हालांकि बारिश के बावजूद स्टेडियम में काफी दर्शक जमा थे जो अपने चहेते सितारों को देखने के लिए आए थे। हालांकि बारिश के चलते सभी की उम्मीदों पर पानी फिर गया। अब सभी की निगाहें दूसरे दिन के खेल पर टिकी हैं। पहला दिन बारिश में धुलने के कारण दूसरे दिन के खेल के समय में बदलाव किया गया है। पहले दिन यानी बुधवार को सुबह नौ बजे टॉस होना था और साढ़े नौ बजे से मुकाबला शुरू हो जाना था। लेकिन अब दूसरे दिन खेल का आगाज 15 मिनट पहले यानी सवा नौ बजे से खेला जाएगा और टॉस आठ बजकर 45 मिनट होगा। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि पहले दिन के ओवर्स के नुकसान की भरपाई दूसरे दिन की जा सके।
बारिश का खतरा?
पहला दिन बारिश में धुलने के बाद अब फैंस के जेहन में सबसे बड़ा सवाल यही घूम रहा है कि क्या दूसरे दिन तय समय पर मुकाबले का आगाज हो पाएगा या फिर पहले दिन की तरह दूसरे दिन भी दर्शकों को मायूस होना पड़ेगा। खबरों की मानें तो भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट मैच पर दूसरे दिन भी बारिश का खतरा है। दूसरे दिन भी भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। एक्यूवेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह के समय आसमान में बादल छाए रहेंगे और 40 से 50 प्रतिशत बारिश की संभावना है। दोपहर बाद भी 40 प्रतिशत बारिश की आशंका है। कुल मिलाकर देखें तो पूरे दिन ही बारिश का खतरा बना हुआ है।
बारिश के खतरे के बीच अच्छी खबर ये है कि दूसरे दिन की बजाय पहले ही दिन कुछ तकनीकी काम निपटा दिए गए हैं जिनमें हॉक आई जैसे सिस्टम भी शामिल हैं। वहीं, चिन्नास्वामी स्टेडियम का ड्रेनेज सिस्टम काफी अच्छा है। यहां बारिश रुकने के 15 मिनट बाद ही मैदान को खेलने के लिए तैयार किया जा सकता है।