IND vs ENG: इंग्लैंड से हार के बाद इस बात से चिंतित कोच राहुल द्रविड़, कहा- चयनकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच राहुल द्रविड़ तीसरी पारी में बल्लेबाजी को लेकर चिंतित।
Highlights
- इंग्लैंड ने 378 रन बनाकर जीता मैच
- भारतीय गेंदबाज विकेट लेने में रहे नाकाम
- कोच द्रविड़ के नेतृत्व में भारत की विदेशों में लगातार तीसरी हार
भारतीय टीम को एक मजबूत बढ़त के बावजूद इंग्लैंड के हाथों पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा। एजबेस्टन में खेले गए टेस्ट मैच की चौथी पारी में टीम इंडिया पूरी तरह से बेबस नजर आई। तीसरे दिन तक अच्छी स्थिति में होने के बावजूद भारतीय टीम ने अपने कमजोर खेल की वजह से मेजबान टीम को वापसी का मौका दिया और मैच गंवा बैठी। इंग्लैंड के हाथों सात विकेट की करारी हार के बाद भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने मंगलवार को कहा कि टेस्ट मैच की 'तीसरी' पारी में उनके बल्लेबाजों की बार-बार असफलता चिंता का विषय है और वे इस मुद्दे को हल करने के लिए राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे।
द्रविड़ की देखरेख में भारतीय टीम विदेश में अपने पिछले तीन टेस्ट मैच हार चुकी है। इसमें टीम दक्षिण अफ्रीका में दो टेस्ट मैच के बाद टीम बर्मिंघम में 378 रन के बड़े लक्ष्य का बचाव करने में विफल रही। भारत ने जोहान्सबर्ग में अपनी दूसरी पारी में 266, केपटाउन में 198 और बर्मिंघम में 245 रन बनाए। इन तीनों मौकों पर भारत की दूसरी पारी टेस्ट मैच की तीसरी पारी थी। इन तीनों मैचों में भारतीय टीम 240, 212 और अब 378 रन के बड़े लक्ष्यों का बचाव करने में विफल रही।
हर मैच हमारे लिए सबक
द्रविड से जब पूछा गया कि वह बर्मिंघम में भारत की हार का विश्लेषण कैसे करेंगे तो उन्होंने दो दिन के अंदर शुरू होने वाली टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला का जिक्र करते हुए हलके अंदाज में कहा कि क्रिकेट इतना अधिक है कि हमारे पास सोचने का समय नहीं है। हम दो दिन के बाद ही आपसे शायद पूरी तरह से कुछ अलग बात करें। उन्होंने इसके बाद गंभीर लहजे में कहा कि हम हालांकि निश्चित रूप से इस प्रदर्शन पर विचार करने की कोशिश करेंगे। हर मैच हमारे लिए सबक है और आप कुछ न कुछ सीखते रहते हैं। हमें सोचना होगा कि हम टेस्ट मैच की तीसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी क्यों नहीं कर पा रहे हैं और चौथी पारी में हम 10 विकेट क्यों नहीं ले पा रहे हैं।
हमारा ध्यान टेस्ट चैम्पियनशिप में बचे हुए मैचों पर
भारतीय टीम को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के मौजूदा चक्र में छह और मैच खेलने हैं और ये सभी मैच उपमहाद्वीप (चार भारत में और दो बांग्लादेश में) में है। द्रविड़ ने कमियों का विश्लेषण करने के लिए चेतन शर्मा (चयन समिति के अध्यक्ष जो अभी इंग्लैंड में है) के साथ बैठने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि अब अगले छह टेस्ट मैच उपमहाद्वीप में हैं और हमारा ध्यान उन बचे हुए मैचों पर होगा। कोच और चयनकर्ता बैठकर इस हार का विश्लेषण करेंगे। उन्होंने कहा कि यह समीक्षा हर खेल के बाद होती है और इसलिए जब हम अगली बार SENA (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलिया) देशों की यात्रा करेंगे तो हम इससे निपटने के लिए बेहतर तरीके से तैयार होंगे।
मैच में अपनी आक्रामकता और लय बनाये रखने की जरूरत
टेस्ट की दूसरी पारी में गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन के बाद फिटनेस को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी चीज है जिस पर हमें गौर करने और सुधार करने की जरूरत है। हम पिछले कुछ वर्षों में बहुत अच्छे रहे हैं और लगातार विकेट चटकाने में सफल रहे है। हाँ हम पिछले कुछ मैचों में ऐसा नहीं कर पाए हैं। इस प्रदर्शन के पीछे कई कारण हो सकते हैं। हमें मैच में अपनी आक्रामकता और लय बनाये रखने की जरूरत होगी। हो सकता है कि हमें फिटनेस के उस स्तर को बनाए रखने की आवश्यकता हो जैसा टेस्ट में जरूरी होता है।
उन्होंने इस दौरान कई बार कहा कि बल्लेबाजी चिंता का विषय है। द्रविड़ ने कहा कि इन सभी टेस्ट मैचों में, तीसरी पारी में हमारी बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही है। इसलिए दक्षिण अफ्रीका और यहां हम अच्छी शुरुआत को भुना नहीं पाये। हमें बेहतर होने के लिए निश्चित रूप से सुधार करना होगा।