IND vs ENG: 'नहीं पता, गेंद मैं स्विंग करा रहा या...,' अंग्रेजों की नाक में दम करने के बाद भुवनेश्वर कुमार का बयान
भुवनेश्वर कुमार ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज के दो मैचों में 6 ओवर फेंकते हुए एक मेडन के साथ सिर्फ 25 रन दिए हैं और चार विकेट झटके हैं।
Highlights
- भुवनेश्वर कुमार ने पहले दो टी20 मैचों में 6 ओवर में 25 रन देकर लिए 4 विकेट
- भुवनेश्वर कुमार टी20 क्रिकेट में भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज
- भुवी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पिछली सीरीज में घरेलू कंडीशन में भी किया था शानदार प्रदर्शन
Bhuvneshwar Kumar IND vs ENG: भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टी20 सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बनाकर सीरीज अपने नाम कर ली है। इस जीत में जिस खिलाड़ी का सबसे अहम योगदान रहा है वह हैं भुवनेश्वर कुमार। भुवी ने दोनों ही मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने पहले मैच में 3 ओवर में 10 रन देकर इंग्लैंड का सबसे बड़ा विकेट उनके कप्तान जोस बटलर को आउट करके लिया था। इसके बाद दूसरे मैच में उन्होंने 3 ओवर में 1 मेडन के साथ 15 रन देकर तीन विकेट झटके। बर्मिंघम में खेले गए दूसरे मैच के बाद भुवी ने अपनी गेंदबाजी को लेकर बयान भी दिया।
अगर आज के क्रिकेट की बात करें तो बहुत कम गेंदबाज ऐसे हैं जो भुवनेश्वर कुमार से बेहतर गेंद को स्विंग करा पाते हैं। सफेद कूकाबूरा गेंद से तीन दिन में दूसरी बार इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम को झकझोरने के बाद भारत के इस तेज गेंदबाज ने कहा कि, उन्हें नहीं पता कि वह गेंद को स्विंग करा रहे हैं या हालात के कारण ऐसा हो रहा है। या फिर गेंद ही खुद स्विंग हो रही है। भुवी ने इससे पहले भारत की पिचों पर भी साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया था। ऐसे में परिस्थितियां भले उनका साथ दे रही हों लेकिन उनका मौजूदा फॉर्म भी कुछ खास नजर आ रहा है।
क्या बोले भुवी?
इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में भारत को 2-0 की बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाने के बाद भुवनेश्वर ने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं पता (गेंद स्विंग क्यों कर रही है)। क्योंकि मैं यहां कई बार आ चुका हूं और मैंने यहां पिछली जो कुछ श्रृंखलाएं खेली हैं उनमें गेंद स्विंग नहीं कर रही थी। इसलिए हां, मैं भी हैरान था कि सफेद गेंद स्विंग कर रही है और लंबे समय तक स्विंग कर रही है, विशेषकर टी20 प्रारूप में। विकेट पर अधिक उछाल भी है। इसलिए हां, जब गेंद स्विंग करती है तो आप अधिक लुत्फ उठाते हो।’’
तेज गेंदबाज ने आगे कहा, ‘‘लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं पता कि इसे मैं स्विंग करा रहा हूं, परिस्थितियों के कारण ऐसा हो रहा है या फिर गेंद के कारण ऐसा है लेकिन हां, मुझे खुशी है कि गेंद स्विंग कर रही है।’’ भुवनेश्वर ने शनिवार रात मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘अगर गेंद स्विंग करती है, जो मेरा मजबूत पक्ष है, तो मैं आक्रमण करने का प्रयास करता हूं। सपाट पिचों पर बल्लेबाज आक्रमण करते हैं, वे वहां अपने शॉट खेलते हैं लेकिन दो मैच में गेंद स्विंग हुई और मैं आक्रमण कर रहा था। लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि अपने ऊपर नियंत्रण रखो।’’
चोट ने कई बार भुवी के करियर में डाली बाधा
भुवनेश्वर ने आगे यह भी कहा कि, ‘‘आपको लगता है कि आप एक इनस्विंग, एक आउटस्विंग, एक इनस्विंग फेंकेंगे लेकिन इस इच्छा को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है। निरंतरता के साथ गेंदबाजी करो और बल्लेबाजों को आउट करने के लिए जाल बिछाओ। चोट के बाद आपको पता होता है कि जब आप वापसी करोगे तो आपको अच्छा प्रदर्शन करना होगा। इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं होता। मेरा हमेशा से मानना है कि वापसी करने का कम से कम एक मौका और मिलेगा। मुझे पता है कि तब मैं अपना शत प्रतिशत दूंगा लेकिन नतीजे अच्छे मिलेंगे इसकी कोई गारंटी नहीं है।’’
वह आगे बोले, ‘‘क्योंकि जब आप चोटिल होते हो तो आप हताश हो जाते हो। कुछ निराशा होती है। जरूरी नहीं कि अपने ऊपर संदेह हो लेकिन आप मानसिक रूप से अच्छी स्थिति में नहीं होते।’’ पिछले कुछ दिनों में अच्छे प्रदर्शन के बाद भुवनेश्वर ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप की भारतीय टीम में जगह बनाने के प्रबल दावेदार हैं और टेस्ट टीम में वापसी भी संभव लगती है। यह पूछने पर कि क्या वह दोबारा टेस्ट क्रिकेट खेलने को लेकर उत्सुक हैं, भुवनेश्वर ने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैं इस समय किसी चीज के बारे में नहीं सोच रहा। बेशक, जब टेस्ट में मौका मिलेगा तो मैं ‘ना’ नहीं करूंगा। जो भी मौका मिले मैं अच्छा करने का प्रयास करूंगा।’’