भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पांचवें टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी है। एजबेस्टन में जारी टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच में टीम इंडिया ने पहली पारी में 416 रन बनाए। इसके बाद मेजबान इंग्लैंड को जल्दी आउट कर 100 रन से अधिक की बढ़त हासिल कर ली। सीरीज में 2-1 से आगे चल रही टीम इंडिया हालांकि मैच के पहले दिन के शुरुआती सत्र में बैकफुट पर थी। लेकिन ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने मिलकर भारत की मैच में वापसी करा दी।
ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने भारत को 98/5 के स्कोर से निकालकर 400 के पार पहुंचाया। दोनों ने छठे विकेट के लिए 222 रनों की विशाल और रिकॉर्डतोड़ साझेदारी की। दोनों ने ही एक-एक कर के अपने शतक भी पूरे किए। पंत ने 111 गेंदों में 19 चौके और चार छक्के की मदद से 146 रन बनाए तो वहीं जडेजा ने 194 गेंदों में 13 चौके की मदद से 104 रन की पारी खेली। पंत और जडेजा दोनों ने ही अपनी शतकीय पारी के साथ कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए।
भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत ने अपनी तूफानी पारी के लिए रवींद्र जडेजा को श्रेय दिया है। उन्होंने जडेजा की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि अगर वह नहीं होते तो मेरे लिए इतना आसान नहीं होता। बीसीसीआई टीवी पर बातचीत करते हुए पंत ने कहा कि मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगने वाला हर शतक महत्वपूर्ण होता है।
उन्होंने जडेजा की बात करते हुए कहा कि ऐसी पार्टरनशिप और स्कोरिंग करने के लिए सामने एक बंदा ऐसा होना चाहिए, जिसपर आप भरोसा कर सको। मुझे लगता है कि जड्डू भाई के सामने खड़े होने से काफी फर्क पड़ा है। जड्डू भाई इतना आराम और संयम से खेल रहे थे कि मुझे दूसरे छोर पर ये कॉन्फिडेंस मिल रहा था कि मैं अपनी बैटिंग कर सकता हूं।
मैच की बात करें तो भारत ने जडेजा और पंत की शतकीय पारी की मदद से पहली पारी में 416 रन का स्कोर बनाया। इसके बाद भारतीय तेज गेंदबाजों ने इंग्लैंड को 284 रन पर समेट दिया और भारत को 132 रनों की बढ़त दिला दी। दूसरी पारी में भारत ने खबर लिखे जाने तक चायकाल तक एक विकेट खोकर 37 रन बना लिए थे और उसकी बढ़त बढ़कर 169 रन हो गई थी।
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