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Hindi News खेल क्रिकेट 'मुझे कोई उम्मीद नहीं', IND vs BAN सीरीज से पहले सिलेक्शन पर बोला युवा बल्लेबाज

'मुझे कोई उम्मीद नहीं', IND vs BAN सीरीज से पहले सिलेक्शन पर बोला युवा बल्लेबाज

सरफराज खान ने लंबे वक्त से कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है। वह आखिरी बार इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेलते नजर आए थे। अब भारत को घर में बांग्लादेश का 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में सामना करना है जिसको लेकर सरफराज पर किसी भी तरह का प्रेशर नहीं है।

ind vs ban- India TV Hindi Image Source : GETTY सरफराज खान

Sarfaraz Khan: भारतीय विकेटकीपर सरफराज खान इस साल की शुरुआत में टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने में कामयाब रहे थे। पिछले कई सालों से टीम इंडिया का दरवाजा खटखटाने के बाद सरफराज का सपना इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पूरा हुआ था। सरफराज ने भी इस मौके को जाने नहीं दिया और पहले ही मैच में अर्धशतक ठोक कमाल किया। इस सीरीज में उन्होंने 5 पारियों में 3 अर्धशतक के दम पर 200 रन बनाए। हालांकि इस सीरीज के बाद से सरफराज ने कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला है लेकिन अब वह तमिलनाडु में बुची बाबू टूर्नामेंट में मुंबई की अगुआई कर रहे हैं।  बुची बाबू टूर्नामेंट के बाद दुलीप ट्रॉफी खेली जाएगी, जो खिलाड़ियों के लिए बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में अपना दावा पेश करने का एक बेहतरीन मंच साबित होगा।

सरफराज पर नहीं कोई प्रेशर

इस समय भारतीय टीम के पास मिडिल ऑर्डर में बहुत सारे ऑप्शन मौजूद हैं, ऐसे में सरफराज का टीम में जगह बना पाना मुश्किल हो सकता है। हालांकि, सरफराज इन सबसे परेशान नहीं हैं और उन्हें ज्यादा उम्मीद भी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो वह खेलने के लिए तैयार हैं, हालांकि उन पर सिलेक्शन का कोई प्रेशर नहीं हैं।

सरफराज ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "मुझे कोई उम्मीद नहीं है, लेकिन अगर मौका मिलता है तो मैं तैयार रहूंगा। मैं हमेशा से यही करता आया हूं और मुझे इसमें बदलाव करने की कोई वजह नहीं दिखती।" सरफराज ने लंबे इंतजार के बाद देश का प्रतिनिधित्व करने और भारतीय टीम में पहली बार बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर आने के अपने अनुभव को भी साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी मानसिकता क्या थी।

सरफराज खुद को मानते हैं लकी

सरफराज ने कहा, "कुछ लोगों को अपने करियर में बहुत जल्द ब्रेक मिल जाता है। कुछ को इंतजार करना पड़ता है। मेरे मामले में, मैं भाग्यशाली हूं कि इसमें समय लगा क्योंकि मुझे घरेलू क्रिकेट में बहुत समय बिताने का मौका मिला और उस मेहनत ने मुझे बेहतर बल्लेबाज बनने में मदद की। जब मैंने डेब्यू किया, तो पहली तीन गेंदों पर मैं नर्वस था। लेकिन उसके बाद, मैं कंट्रोल में था। मैं घरेलू स्तर पर जो कुछ भी करता था, मैं टेस्ट क्रिकेट में भी वही कर रहा था। मैं अपने दिमाग में बहुत क्लियर था। मैं विपक्षी टीम या गेंदबाज को नहीं देख रहा था।"

सरफराज का घरेलू क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड रहा है, उन्होंने 71 पारियों में 68.53 के कमाल के औसत से 4112 रन बनाए हैं। अब देखना होगा कि सिलेक्टर बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उन पर भरोसा दिखाते हैं या नहीं। 

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