IND vs BAN: 210 रन कूट कर भी खुश नहीं हैं ईशान किशन, इस महारिकार्ड पर टिकी हुईं थीं नजरें
IND vs BAN: ईशान किशन अपनी डबल सेंचुरी के बाद भी खुश नहीं हैं।
BAN vs IND: भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले में टीम इंडिया ने 227 रनों से जीत हासिल की। इस मैच में ईशान किशन ने डबल सेंचुरी ठोककर सुर्खियां बटोर लीं। उन्होंने 210 रनों की एक शानदार पारी खेली। ईशान ऐसा करने वाले दुनिया के 7वें बल्लेबाज बने। हालांकि इतनी कमाल की पारी के बाद भी ईशान खुश नहीं थे।
300 बनाने पर थीं ईशान की नजरें
आक्रामक बल्लेबाजी करने वाले ईशान किशन वनडे क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज दोहरा शतक बनाकर खुश हैं लेकिन उन्हें इस फॉर्मेट में पहला तिहरा शतक बनाने के सुनहरे अवसर से चूकने पर अफसोस जताया। इस 24 साल के खिलाड़ी ने अपने 10वें 11 मैच में बेखौफ बल्लेबाजी करते हुए 131 गेंद की पारी में 24 चौके और 10 छक्के की मदद से 210 रन बनाए। ईशान ने 126 गेंद में अपना दोहरा शतक पूरा किया जो इस फॉर्मेट का सबसे तेज दोहरा शतक है। इससे पहले पुरुष क्रिकेट में यह रिकॉर्ड क्रिस गेल के नाम था। उन्होंने 2015 विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ 138 गेंद में दोहरा शतक पूरा किया था।
36वें ओवर में हुए थे आउट
वह पारी के 36 वें ओवर में आउट हुए। उनकी इस आक्रामक पारी से भारत ने 8 विकेट पर 409 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। ईशान ने भारतीय पारी के बाद कहा , ‘‘जब मैं आउट हुआ था तब 15 ओवर (14.1 ओवर) बचे हुए थे। मेरे पास 300 रन बनाने का मौका था।’’ झारखंड का यह बाएं हाथ का बल्लेबाज दोहरा शतक बनाने वाला चौथा भारतीय बल्लेबाज है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने तीन बार इस कारनामे को किया है, जबकि सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने एक-एक बार दोहरा शतक लगाया है।
ईशान ने कहा, ‘‘ऐसे दिग्गजों के बीच अपना नाम सुनकर मैं खुश हूं। विकेट बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छा था। मेरा इरादा बहुत साफ था अगर गेंद कमजोर होगी तो मैं उस पर हमला करूंगा।’’ ईशान ने यह पारी भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली की क्रीज पर मौजूदी में खेली। ईशान ने कहा कि शतक और दोहरे शतक के करीब पहुंचने पर विराट ने उनकी घबराहट को कम करने में मदद की थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं विराट भाई के साथ बल्लेबाजी कर रहा था, और वह मुझे बता रहे थे कि किन गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाना चाहिए।''
उन्होंने कहा, ''जब मैं 95 रन पर था तो छक्के के साथ शतक पूरा करना चाहता था लेकिन उन्होंने कहा कि यह मेरा पहला शतक है इसलिए जोखिम लिए बिना एक-दो रन लेकर इसे पूरा करूं। ईशान सूर्यकुमार यादव के काफी करीब है और सूर्यकुमार ने मैच शुरू होने से पहले उन्हें बल्लेबाजी अभ्यास करने की सलाह दी थी।
ईशान ने कहा, ‘‘मैंने सूर्या भाई से बात की थी। उन्होंने बताया था कि मैच से पहले अगर आप बल्लेबाजी अभ्यास करते हैं तो क्रीज पर उतरने के बाद गेंद का ज्यादा अच्छे से देख पाते हैं। मैं ज्यादा दबाव लिए बिना मौके का फायदा उठाना चाहता था।’’