ऑस्ट्रेलिया ने अचानक अपने ही पैर पर मार ली कुल्हाड़ी, चुपके से हो गई मिस्टेक
WTC 2023 IND vs AUS : टीम इंडिया पर एक वक्त फॉलोआन का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन अजिंक्य रहाणे और शार्दुल ठाकुर ने इसे बचा लिया है।
WTC 2023 IND vs AUS AJinkya Rahane Pat Cummins : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जा रहा डब्ल्यूटीसी का फाइनल अब काफी रोचक दौर में पहुंच चुका है। तीसरे दिन का खेल शुरू हुआ तो दूसरी ही गेंद दूसरे दिन के नाबाद बल्लेबाज केएस भरत आउट होकर पवेलियन लौट गए। इससे लगा कि जो दौर दो दिन तक चला है, वो आज भी जारी रहेगा, लेकिन सारी आशंकाओं को खारिज कर टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाजों में शुमार अजिंक्य रहाणे ने कमाल की बल्लेबाजी की। भले केएस भरत आउट हो गए हों, लेकिन शार्दुल ठाकुर ने आकर सारी मुश्किलें दूर कर दीं। एक तरफ से अजिंक्य रहाणे अपने कलात्मक स्ट्रोक खेल रहे थे, वहीं शार्दुल ठाकुर अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए स्ट्राइक रोटेट कर रहे थे। अजिंक्य रहाणे ने मैच को एक तरह से बचाने में अपनी पूरी जान झोंक दी। जब अजिंक्य रहाणे आउट हुए तो सारी जिम्मेदारी ठाकुर ने अपने कंधों पर ली और भारतीय टीम को फॉलोआन से बचा लिया।
पैट कमिंस की नौ बॉल और कैमरन ग्रीन का कैच छोड़ना पड़ गया भारी
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में टीम इंडिया पर फॉलोआन का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन एक ओर जहां अजिंक्य रहाणे और शार्दुल ठाकुर ने कमाल की बल्लेबाजी की, वहीं ऑस्ट्रेलिया ने अपने ही पैर पर खुद ही कुल्हाड़ी मार ली। तीसरे दिन कई कैच छोड़े गए, कैमरन ग्रीन ने जहां शार्दुल ठाकुर का कैच छोड़ा वहीं, कप्तान पैट कमिंस ने शार्दुल ठाकुर को आउट कर दिया, मैदानी अंपयार में आउट का इशारा कर दिया, लेकिन कुछ देर बाद पता चला कि ये नो बॉल थी। जैसे ही टीवी और मोबाइल पर दिखा कि ये नो बॉल है, वैसे ही स्टेडियम में खुशी की लहर दौड़ गई। इससे पहले दूसरे दिन भी पैट कमिंस ने अजिंक्य रहाणे को आउट कर दिया था, लेकिन वो भी नो बॉल निकली। इसके बाद रहाणे ने अपने खाते में कुछ और न जोड़े और इसके बाद आउट हो गए। हालांकि जब लंच हुआ तो वे 89 पर खेल रहे थे और उस वक्त उम्मीद की जा रही थी कि वे दूसरे सेशन में अपना शतक पूरा करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया, लंच के तुरंत बाद वे आउट हो गए और यही पर उनकी पारी पर विराम भी लग गया।
अजिंक्य रहाणे ने 89 रन की पारी में कई कीर्तिमान भी अपने नाम किए
इस बीच अजिंक्य रहाणे ने कई कीर्तिमान भी अपने नाम किए। वे भारत के लिए पांच हजार टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। इतना ही नहीं विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के इतिहास में ये पहली बार हुआ है कि भारत के किसी बल्लेबाज अर्धशतक जमाया हो। इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी पारी के दौरान एक छक्का भी लगाया। भारत के केवल दो ही बल्लेबाज अभी तक डब्ल्यूटीसी फाइनल में छक्का लगा सके हैं, पहले रवींद्र जडेजा और दूसरे अजिंक्य रहाणे बन गए हैं। वहीं दूसरी ओर शार्दुल ठाकुर ने भी कमाल की बल्लेबाजी की। ये पहली बार है, जब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारत के लिए शतकीय साझेदारी हुई हो। रहाणे और शार्दुल के बीच 100 से ज्यादा रनों की साझेदारी हुई है। भारतीय टीम को किसी तरह फॉलोआन से इन दोनों ने मिलकर बचा लिया।