IND vs AUS: चेन्नई में टीम इंडिया के सामने होगी यह बड़ी चुनौती, कैसे निपटेंगे कप्तान रोहित शर्मा?
IND vs AUS Chennai ODI: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 मार्च को सीरीज का अंतिम और निर्णायक वनडे मुकाबला चेन्नई में खेला जाएगा। इस मैदान पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड कुछ खास नहीं है।
IND vs AUS 3rd ODI: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का निर्णायक मुकाबला 22 मार्च को चेन्नई के चेपॉक में खेला जाएगा। इस मैच में टीम इंडिया के लिए चीजें खास आसान नहीं होने वाली हैं। ऐसा इसलिए हम कह रहे हैं क्योंकि इससे पहले जो इस सीरीज में हुआ है और जिस तरह की यहां की पिच है। उसे देखते हुए रोहित शर्मा की अगुआई वाली इस टीम को यहां सावधान रहने की जरूरत होगी। खासतौर से दो मैचों में आठ विकेट लेने वाले मिचेल स्टार्क से भारतीय बल्लेबाजों को शुरुआती ओवरों में सावधान रहना होगा।
आपको बता दें कि चेपॉक की पिच आमतौर पर बहुत तेज नहीं मानी जाती है। जितना आईपीएल और पिछले इंटरनेशनल मुकाबलों में देखा गया है उस हिसाब से यहां गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। फिर मैच के दिन बारिश का भी प्रेडिक्शन है। ऐसे में मैच की शुरुआत में यानी पहली पारी के शुरुआती ओवरों में तेज गेंदबाजों के लिए मदद हो सकती है। इस सीरीज में दोनों मुकाबलों में देखा गया है कि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया है। मुंबई में उन्होंने 3 विकेट लिए थे तो वाइजैग में उनके नाम पांच विकेट दर्ज हुए थे। इसका मतलब यह है कि भारतीय बल्लेबाजों को यहां अगर जीतना है तो स्टार्क नाम की गुत्थी को सुलझाना होगा।
चेपॉक में क्या खत्म होगा 6 साल का इंतजार?
भारतीय टीम ने इस साल 8 वनडे मैच खेले हैं और लगातार सात जीत के बाद वाइजैग में उसे इस साल की पहली हार मिली थी। वो हार काफी शर्मनाक थी। क्योंकि टीम इंडिया महज 117 रन पर सिमट गई थी और कंगारू टीम ने 10 विकेट से महज 11 ओवरों में मैच जीत लिया था। अब बारी है चेपॉक के सीरीज डिसाइडर की। इस मैदान पर टीम इंडिया ने कुल 14 मैच खेले हैं जिसमें से सात टीम जीती है और 7 में ही उसे हार भी मिली है। यानी रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है। टीम इंडिया ने यहां आखिरी मैच साल 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था जिसमें उसे 8 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। वहीं आखिरी जीत यहां टीम को 2017 में ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ मिली थी। यानी अब 6 साल बाद टीम इंडिया के पास फिर से मौका है कंगारुओं को चित करने का और इस बार सीरीज भी दांव पर है।
क्या है टीम इंडिया की समस्या?
भारतीय टीम की सबसे बड़ी समस्या इस सीरीज में उभरकर आई है टॉप ऑर्डर का फेल होना। दोनों मुकाबलों में भारतीय टॉप ऑर्डर को मिचेल स्टार्क ने ध्वस्त किया है। मुंबई में भी टीम इंडिया ने 16 रन पर तीन विकेट खो दिए थे। इसके बाद 80 कुछ रनों पर आधी टीम पवेलियन में थी। शुक्र था केएल राहुल और रवींद्र जडेजा का। वहीं लक्ष्य भी छोटा था तो दोनों ने टिके रहकर टीम को जीत तक पहुंचा दिया। पर वाइजैग में ऐसा नहीं हुआ। कोई भी भारतीय बल्लेबाज टिक नहीं सका था। शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव खाता भी नहीं खोल पाए। सूर्या का फॉर्म चिंता का विषय है। ऐसे में चेन्नई में उनके लिए आखिरी मौका हो सकता है। जहां उन्हें या तो कुछ खास करना होगा वरना उनकी वनडे से छुट्टी हो सकती है।