ऑस्ट्रेलियाई टीम सेलेक्शन पर उठे सवाल, अपने ही खिलाड़ी ने गिनाई बल्लेबाजों की गलतियां
भारत के खिलाफ मिली दो लगातार हार के लिए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने अपनी टीम के सेलेक्शन पर सवाल उठाए हैं। साथ ही, अपने बल्लेबाजों की गलतियां गिनाते हुए कहा कि उन्हें भारतीय टीम से बल्लेबाजी सीखनी चाहिए।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराया। दिल्ली टेस्ट के शुरुआती दो दिनों तक मुकाबले में मेहमान का पलड़ा भारी नजर आया, लेकिन तीसरे दिन महज एक सेशन में पूरी बाजी पलट गई। तमाम ऑस्ट्रेलियाई स्वीप और रिवर्स स्वीप खेलने की असफल कोशिश करते हुए अपने विकेट गंवाते रहे। यकीनन दुनिया की नंबर एक टीम का इस तरह से एक के बाद एक गलतियां करना शर्मनाक था। यही वजह है कि पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क इस हार के बाद अपनी टीम पर भड़क गए।
प्रैक्टिस मैच नहीं खेल कर ऑस्ट्रेलिया ने की गलती- क्लार्क
क्लार्क का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया का मौजूदा भारत दौरा कई बड़ी गलतियों से भरा हुआ है। क्लार्क को लगता है कि ऑस्ट्रेलिया ने सबसे बड़ी गलती नौ फरवरी से शुरू हुई चार टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले अभ्यास मैच नहीं खेलकर की। बता दें कि कंगारू कप्तान पैट कमिंस ने प्रैक्टिस मैच की जगह बेंगलुरू के पास एक ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लेने का विकल्प चुना था।
सीरीज के शुरू होने के दो हफ्ते बाद मेहमान टीम सीरीज में 0-2 से पीछे है और बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने का मौका पहले ही गंवा चुकी है। क्लार्क ने सोमवार को बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफास्ट पर कहा, ‘‘मैं जो देख रहा हूं उससे मैं हैरान नहीं हूं क्योंकि हमने अभ्यास मैच में हिस्सा नहीं लिया। बड़ी, बड़ी, बड़ी गलती। वहां कम से कम एक मैच होना चाहिए था ताकि परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाया जा सके।’’
बल्लेबाजी तकनीक और टीम सेलेक्शन में गड़बड़ी- क्लार्क
पहले दो टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की स्पिन बॉलिंग के खिलाफ कमजोरियां सामने आईं। दिल्ली टेस्ट की दूसरी पारी में आर अश्विन और रवींद्र जडेजा की क्वालिटी स्पिन के खिलाफ स्वीप और रिवर्स स्वीप मारने के चक्कर में छह कंगारू बल्लेबाजों ने अपने विकेट गंवाए।
क्लार्क के अनुसार पहले टेस्ट में ट्रेविस हेड को नहीं खिलाना एक बड़ी गलती थी। बाएं हाथ के बल्लेबाज हेड ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 46 गेंद में 43 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे जबकि पूरी टीम 113 रन पर ऑल आउट हो गई। क्लार्क ने कहा, ‘‘पहले टेस्ट के लिए चयन, बड़ी, बड़ी गलती। दूसरे टेस्ट में उन्होंने स्वीप किया, हमने पहले टेस्ट मैच में काफी स्वीप शॉट देखे थे। जब आप अपनी पारी शुरू करते हैं तो वे स्वीप करने के लिए सही समय नहीं होता।’’
ऑस्ट्रेलिया को भारत से सीखनी चाहिए बल्लेबाजी
क्लार्क ने यह भी कहा कि स्पिन की अनुकूल परिस्थितियों में बल्लेबाजी कैसे की जाती है यह ऑस्ट्रेलिया को भारत से सीखना चाहिए था। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हम भारत को बल्लेबाजी करते हुए नहीं देख रहे हैं। माना ये लोग परिस्थितियों को इतनी अच्छी तरह से जानते हैं और इसी के अनुसार वे खेल रहे हैं। जब वे इतने अच्छे रहे हैं तो हम कुछ अलग करने की कोशिश क्यों करेंगे?’’