IND vs AUS: इंदौर की टर्निंग पिच को लेकर भारतीय कोच का बेबाक बयान, ऑस्ट्रेलियाई टीम को दे दी चेतावनी
इंदौर टेस्ट में टीम इंडिया महज 33.2 ओवर खेलकर ही 109 रनों पर ऑलआउट हो गई। होल्कर स्टेडियम की पिच पहले घंटे से ही खतरनाक टर्न लेने लगी थी।
IND vs AUS: इंदौर टेस्ट के पहले दिन पहले सेशन में ही 7 विकेट गंवाकर भारतीय बल्लेबाज कंगारू स्पिनर्स की फिरकी में बुरी तरह फंस गए थे। महज 33.2 ओवर में ही पूरी भारतीय टीम 109 रनों पर सिमट गई। कई सवाल उठ रहे थे कि भारतीय टीम अपने ही जाल में फंस गई, भारतीय बल्लेबाज स्पिन खेल नहीं पाए, टीम की तैयारी नहीं अच्छी रही। लेकिन इन सभी जवाबों को टीम के बल्लेबाज कोच विक्रम राठौड़ ने नकारा और बेबाक जवाब दिया। राठौड़ ने अपना जवाब तो दिया ही साथ ही पहले दिन के अंत तक 47 रनों की बढ़त ले चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम को भी चेतावनी दे डाली।
टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने मेजबान टीम के पहली पारी में 109 रन पर ढेर होने के बाद कहा कि, भारतीय बल्लेबाजों के लिए दिन निराशाजनक रहा क्योंकि पिच उनकी उम्मीदों से कहीं ज्यादा टर्न ले रही थी। इसी पिच पर ऑस्ट्रेलिया ने स्टंप तक चार विकेट गंवाकर 156 रन बनाए और 47 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की। खेल के पहले ही घंटे में गेंद टर्न लेने लगी थी जिसे लेकर कईयों ने पिच की आलोचना भी की। भारतीय टीम एक सत्र से जरा ज्यादा समय में ही आउट हो गई जिसमें ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के स्पिनर मैट कुहनेमैन ने 16 रन देकर पांच विकेट झटके।
किसी ने खराब बल्लेबाजी नहीं की...
हालांकि राठौड़ ने इसे लेकर कहा कि, घरेलू सरजमीं पर टर्निंग पिच पर खेलना टीम का मजबूत पक्ष है। यह निश्चित रूप से चुनौतीपूर्ण विकेट है। हमने जितनी उम्मीद की थी, यह उससे ज्यादा टर्न ले रहा है। ऐसा शायद नमी के कारण हो, गेंद सुबह में तेजी से टर्न ले रही थी। हम निश्चित रूप से इससे ज्यादा रन बना सकते थे लेकिन मुझे नहीं लगता कि किसी ने भी खराब क्रिकेट खेला। बल्लेबाजी इकाई के तौर पर बस यह हमारे लिये निराशाजनक दिन रहा। निश्चित रूप से बल्लेबाजी इकाई के तौर पर आप कभी कभी आउट हो सकते हो लेकिन हम अब भी टर्निंग पिच पर खेलने को तरजीह देते हैं। यह हमारी मजबूती है, बतौर इकाई हम इसमें काफी मजबूत हैं। ईमानदारी से कहूं तो यह अपनी तरह का अलग विकेट है।
राठौड़ ने आगे कहा कि, मुझे नहीं लगता कि शुरुआती दो मैचों के विकेट खराब थे। हमने जैसी उम्मीद की थी यह शायद थोड़ा सूखा है और हमने यह देखा भी। टेस्ट मैच के पहले दिन इस पर काफी ज्यादा टर्न था, जो उम्मीद से कहीं ज्यादा था। क्यूरेटरों को विकेट तैयार करने के लिए बमुश्किल से समय मिला। यहां रणजी सत्र था और काफी देरी से मैच का फैसला किया गया जो धर्मशाला से यहां स्थानांतरित किया था। उन्हें काफी समय नहीं मिला। जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा होगा, विकेट आसान होता गया होगा। ऑस्ट्रेलिया के उस्मान ख्वाजा ने 147 गेंद में 60 रन की पारी खेली और पिच सुबह की तरह इतनी तेजी से टर्न लेती नहीं दिख रही थी।
ऑस्ट्रेलियाई टीम को दी चेतावनी
यह पूछने पर कि क्या बल्लेबाज अपनी रणनीति से भटक गए तो उन्होंने नहीं में जवाब देते हुए कहा कि, ऐसा नहीं है। योजना अपने ‘डिफेंस’ पर भरोसा करने की थी और लूज गेंद का इंतजार करके ज्यादा से ज्यादा रन बटोरने की थी। यह उन दिनों में एक रहा जब आपका हर शॉट क्षेत्ररक्षकों के हाथ में चला गया। हमारे लिए दिन निराशानजक रहा। वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 47 रनों की लीड ले ली है और इस पर भी राठौड़ ने कहा कि, बढ़त लेना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है क्योंकि उन्हें इस पिच पर चौथी पारी में भी बल्लेबाजी करनी होगी। अब चुनौती उन्हें कम से कम स्कोर पर समेटने की होगी। हमें दूसरी पारी में अच्छा स्कोर बनाना होगा।