वानखेड़े स्टेडियम में टीम इंडिया के लिए बड़ा खतरा, 13 साल से नहीं हुआ ये काम
IND vs AUS : भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें 17 मार्च को मुंंबई के वानखेड़े स्टेडियम में फिर से वनडे मैच के लिए आमने सामने होंगी।
IND vs AUS Wankhede Stadium : मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम एक बार फिर से तैयार है। यहां भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुरू हो रही तीन वनडे मैचों की सीरीज का पहला मैच 17 मार्च को खेला जाएगा। सीरीज के पहले मैच में हार्दिक पांड्या कप्तानी करेंगे और रोहित शर्मा दूसरे मैच से भारतीय टीम के साथ जुड़ेंगे। इस बीच टीम इंडिया मुंबई पहुंच चुकी है और उसके कुछ फोटो भी खिलाड़ियों ने अपने अपने सोशल मीडिया हैंडल से शेयर किए हैं। वानखेड़े स्टेडियम में करीब तीन साल बाद वनडे मुकाबला होने जा रहा है। लेकिन इससे पहले कि मैच शुरू हो, आपको ये जानना चाहिए कि वानखेड़े स्टेडियम में टीम इंडिया की जीत हार का रिकॉर्ड आखिर है कैसा। तो चलिए जरा इस पर एक नजर डालते हैं।
टीम इंडिया को वानखेड़े में 13 साल से जीत की तलाश
टीम इंडिया आखिरी बार वानखेड़े स्टेडियम में अब से करीब तीन साल पहले यानी जनवरी 2020 में खेलने के लिए उतरी थी। इत्तेफाक की बात ये है कि इस मैच में भी उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से ही हुआ था। तब भारतीय टीम को दस विकेट से करारी शिकस्त मिली थी। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 255 रन बनाए थे और ऑस्ट्रेलिया की ओर से डेविड वार्नर और एरॉन फिंच ने बिना किसी नुकसान के इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। दोनों ने अपने अपने शतक पूरे किए थे। इसके बाद से अब फिर से इस मैदान पर वनडे मुकाबला होने जा रहा है। ऐसा नहीं है कि वानखेड़े पर टीम इंडिया यही मैच हारी है। इससे पहले भी भारतीय टीम हारती रही है, खास बात ये भी है कि अक्टूबर 2011 से अभी तक भारतीय टीम को इस मैदान पर जीत नहीं मिली है। साल 2011 में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को छह विकेट से हराया था, इसके बाद भारतीय टीम लगातार यहां हार ही रही है।
टीम इंडिया के लिए पिछले कुछ साल से शुभ नहीं रहा है वानखेड़े स्टेडियम
साल 2015 में दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय टीम को 214 रन से हराया था। इसके बाद साल 2017 में न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को छह विकेट से मात दी थी। इसके बाद साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया ने दस विकेट से मात दी। यानी टीम इंडिया ने चाहे पहले बल्लेबाजी की हो या फिर गेंदबाजी, हर हाल में हार ही मिली है। और हार भी कोई छोटी नहीं, करीब करीब एकतरफा हार। वैसे तो वानखेडे स्टेडियम उस मैच के लिए जाना जाता है, जब टीम इंडिया ने एमएस धोनी की कप्तानी में साल 2011 का वनडे विश्व कप यहां पर श्रीलंका को हराकर जीता था, लेकिन इस मैच के बाद एक जीत और मिली और उसके बाद जीत का खाना खाली है। ऐसे में जो करीब 13 साल का सूखा है, उसे खत्म करने की जिम्मेदारी कप्तान हार्दिक पांड्या पर होगी। देखना होगा कि टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद अब भारतीय टीम कंगारुओं के खिलाफ वनडे में कैसा प्रदर्शन करती है।