Ian Chappell on T10 Cricket: वर्ल्ड क्रिकेट में लीग फॉर्मेट का बोलबाला तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि इसने क्रिकेट को पूरी दुनिया में तेजी से फैलाया भी है। यूरोप के ऐसे कई देश जो पहले क्रिकेट में हिस्सा नहीं लेते थे, लीग क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता के बाद जमकर क्रिकेट खेल रहे हैं। खासकर टी20 फॉर्मेट के आने के बाद, एक खेल के तौर पर क्रिकेट का प्रसार होना इसके लिए अच्छा है। विश्व क्रिकेट की सबसे बड़ी संस्था इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के लिए ये अच्छी खबर है पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान इयान चैपल इससे खुश नहीं हैं
इयान चैपल ने टी10 से बचने की दी हिदायत
चैपल क्रिकेट के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। उनका मानना है कि क्रिकेट की देखरेख करने वाले अधिकारियों और प्रशासकों को टी10 को एक विकल्प के तौर पर देखने से बचना चाहिए। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान इस पर लंबी बहस चाहते हैं ताकि क्रिकेट में शामिल तमाम फॉर्मेट्स में क्या अच्छा है और क्या बुरा इसका फैसला हो सके।
चैपल ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ पर लिखा, ‘‘इस विषय पर बहस पहले ही हो जानी चाहिए थी। हालांकि अब भी ज्यादा देर नहीं हुई है लेकिन अब खेल में फॉर्मेट्स की लिस्ट लंबी हो गई है जो महिला क्रिकेट के बेहतर होने और कंडिशन के बदलने से भी हुआ है।’’
चैपल ने अपने पक्ष में दलील देते हुए कहा कि स्थिति 1970 के दशक में वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट (डब्ल्यूएससी) के दौरान पैदा हुए हालात जैसी हो गई है। बता दें कि 70 के दशक के आखिर में कैरी पैकर क्रिकेट की एक सीरीज लेकर आए थे, जिसमें कई इंटरनेशनल क्रिकेटर्स भी शामिल हुए थे पर इसे आईसीसी से मान्यता नहीं मिली थी। चैपल का कहना है, “क्रिकेट के भविष्य को लेकर कोई ‘ब्लूप्रिंट’ नहीं है। और 70 के दशक की तरह वेतन और परिस्थतियों की वजह से विद्रोह बढ़ रहा है। तब 50 ओवर का खेल फला फूला था। अब सुर्खियों में टी20 है, जिसमें टेस्ट क्रिकेट के बारे में कभी कभार ही खिलाड़ी जिक्र करते हैं।’’
चैपल ने बेन स्टोक्स के अचानक ही वनडे फॉर्मेट से रिटायरमेंट लेने के फैसले पर भी बात की। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि इसकी उम्मीद नहीं थी लेकिन फिर भी यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, ‘‘50 ओवर का मैच अगर अच्छी तरह खेला जाता है तो इससे मनोरंजन होता है। मौजूदा खिलाड़ी अक्सर आईपीएल और टी20 मैच खेलते हैं लिहाजा उनके लिए टी20 टॉप पर होता है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये खेल के भविष्य पर गंभीरता से विचार किए जाने की जरूरत है। इस पर एक मजबूत फैसला होना चाहिए कि क्रिकेट के लिए कितने फॉर्मेट अच्छे हैं। खेल का विकास सुनिश्चित करने के लिए इन प्रारूपों में कैसे आगे बढ़ाना चाहिए इसपर बात होनी चाहिए।
चैपल के मुताबिक कोई भी फैसला लेने से पहले क्रिकेट के इतिहास पर भी नजर डालने की जरूरत है। टेस्ट को बोरिंग माने जाने के बाद वनडे आया, इसके बाद और छोटा फॉर्मेट टी20 आया, अब टी10 लीग भी आ गई है जो ज्यादा मनोरंजक और लोकप्रिय हो सकती है। लेकिन चैपल का मानना है कि यह फॉर्मेट प्रोफेशनल क्रिकेटर्स के लायक नहीं है।
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