साल 1930 से नहीं टूटा ये कीर्तिमान, 2002 में बाल-बाल बचा
टेस्ट क्रिकेट के हर मुकाबले में नए नए कीर्तिमान बनते हैं, लेकिन अब से करीब 90 साल पहले बना रिकॉर्ड अभी तक अटूट है।
Highest Scores in 4th Innings of Match George Hadlee : टेस्ट क्रिकेट के करीब 147 साल के इतिहास में कितने ही रिकॉर्ड बने। अभी भी जब कोई मुकाबला होता है तो नए नए कीर्तिमान बनते हैं और पुराने टूटते हैं। लेकिन क्या हो कि अगर हम आपको बताएं कि टेस्ट का एक ऐसा भी कीर्तिमान हैं, जो साल 1930 में बना था। इसके बाद से लेकर अब तक इसे तोड़ना तो दूर की बात है, इसकी बराबरी तक कोई नहीं कर पाया है। ये कीर्तिमान वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच खेले गए मुकाबले में बना था।
1930 में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था ऐतिहासिक टेस्ट मुकाबला
साल 1930 का वक्त। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीम टेस्ट मुकाबले के लिए आमने सामने थीं। इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 849 रनों का भारी भरकम स्कोर खड़ा कर दिया था। इसके बाद जब वेस्टइंडीज की टीम रनों का पीछा करने के लिए मैदान में उतरी तो पूरी टीम मिलकर केवल 286 रन ही बना सकी। इंग्लैंड की दूसरी पारी फिर से शुरू होती है और इस बार टीम नौ विकेट पर 272 रन बनाकर घोषित कर दी जाती है। अब वेस्टइंडीज की चौथी पारी का आगाज होता है। वेस्टइंडीज के शुरुआती विकेट जल्दी गिर जाते हैं, लेकिन नंबर तीन पर खेलने आए जॉर्ज हेडली ने एक अद्भुत टाइप की पारी खेल दी।
जॉर्ज हेडली ने बनाए मैच की चौथी पारी में 223 रन
जॉर्ज हेडली ने 385 बॉल का सामना किया और 223 रन बनाए। उनके पारी के दौरान उन्होंने 28 चौके लगाए। वेस्टइंडीज की टीम ने इस पारी में 5 विकेट पर 408 रन बना दिए। जहां तक मैच के रिजल्ट की है तो वो बराबरी यानी ड्रॉ पर समाप्त हुआ। लेकिन जॉर्ज हेडली की ये पारी अभी तक का कीर्तिमान है। किसी टेस्ट की चौथी पारी में किसी बल्लेबाज की ओर से बनाए गए ये सबसे ज्यादा रन हैं। इससे ज्यादा रन आज तक कोई बल्लेबाजी चौथी पारी में नहीं बना सका है।
नाथन एस्टल रिकॉर्ड तोड़ने के करीब पहुंचे, लेकिन बाल बाल चूक गए
रिकॉर्ड टूटा तो नहीं है, लेकिन इसके करीब जरूर एक बल्लेबाज आया, लेकिन बाल बाल चूक गया। साल 2002 में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मुकाबले में न्यूजीलैंड के नाथन एस्टल ने 222 रन मैच की चौथी पारी में बनाए थे। वे अगर एक रन और बना लेते तो इस कीर्तिमान की बराबरी कर सकते थे, वहीं दो रन बनाते ही ये टूट भी सकता था। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि एस्टल इससे जरा से चूक गए। बाकी कोई बल्लेबाज इसके करीब तक नहीं आ पाया है। साल 1930 का ये कीर्तिमान अब 90 साल पुराना हो गया है, लेकिन अटूट है, देखना होगा कि क्या कोई और बल्लेबाज आकर इसे तोड़ने की हिम्मत करेगा।
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