Hardik Pandya vs Pakistan: भारत और पाकिस्तान के बीच अब से कुछ ही घंटों में एशिया कप 2022 का सुपर 4 मुकाबला खेला जाएगा। भारतीय टीम ने पिछले मैच यानी ग्रुप ए के पहले मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ पांच विकेट से शानदार जीत दर्ज की थी। गत विजेता भारत इस लय को आज भी बरकरार रखते हुए टूर्नामेंट का अपना विजयी अभियान जारी रखना चाहेगा। पाकिस्तान भी हालांकि जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगा और एक नई रणनीति के साथ मैदान पर उतरना चाहेगा। वैसे तो पाकिस्तान के खिलाफ पूरी टीम इंडिया ही बेहद खतरनाक है लेकिन भारत के इस चिर-प्रतिद्वंदी को सबसे ज्यादा खतरा हार्दिक पांड्या से है। पहले मैच में हार्दिक ने इसे अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से साबित भी किया था और एक बार फिर से वह इसे दोहराने की पूरी कोशिश करेंगे। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब हार्दिक ने अकेले ही पाकिस्तान का दम निकाला हो, इससे पहले भी जब-जब उनका सामना पाकिस्तान से हुआ है, वह बेहद खतरनाक साबित हुए हैं। आइए एक नजर डालते हैं हार्दिक के पाकिस्तान के खिलाफ पिछले प्रदर्शनों पर...
Asia Cup (2022)
एशिया कप 2022 के ग्रुप स्टेज के पहले मुकाबले में हार्दिक पंड्या ने पाकिस्तान के खिलाप लगभग 200 की स्ट्राइक रेट से 17 गेंद में 33 रन बनाए थे। इस मैच में उन्होंने गेंदबाजी से भी कहर बरपाया था और तीन विकेट झटके थे। उन्हें उनके ऑलराउंड प्रदर्शन की वजह से प्लेयर ऑफ द मैच दिया गया था।
T20 वर्ल्ड कप (2021)
हार्दिक इस मैच में कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए थे और 8 गेंदों में सिर्फ 11 रन का ही योगदान दे पाए थे. इसी मैच में उन्हें चोट की वजह से स्ट्रेचर से बाहर जाना पड़ा था जिसके बाद पीठ दर्द की वजह से काफी समय तक उन्हें क्रिकेट से भी दूर रहना पड़ा था।
वर्ल्ड कप (2019)
रोहित शर्मा इस मैच में शतक लगाकर जीत के हीरो बने थे लेकिन हार्दिक ने भी किफायती गेंदबाजी करते हुए दो महत्वपूर्ण विकेट लेकर अपना योगदान दिया था। हार्दिक ने बल्ले से इस मुकाबले में 19 गेंदों में 26 रन बनाए थे।
चैंपियंस ट्रॉफी (2017)
2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए पहले मुकाबले में टीम इंडिया को जीत हासिल हुई थी। इस मैच में युवराज सिंह और विराट कोहली ने शानदार अर्धशतक लगाया था। जबकि आखिरी में बल्लेबाजी करने आए पांड्या ने सिर्फ छह गेंद में 20 रन बनाए थे। उन्होंने 333.33 की स्ट्राइक रेट से शानदार तीन छक्के जड़कर टीम के स्कोर को तेजी से बढ़ाया था। वहीं इस टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में जब टीम इंडिया के बल्लेबाज फ्लॉप साबित हुए थे तो उस दिन सिर्फ पांड्या के ही बल्ले से रन बरसे थे। उन्होंने 43 गेंद में 76 रन ठोके थे और इस दौरान छह छक्के और 4 चौके जड़े थे। हालांकि मैच में वह दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए थे और उसके बाद भारत को हार का सामना करना पड़ा।
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