मैदान पर होगा रोबोट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस! दिग्गज ने कहा- बदल जाएगा क्रिकेट का भविष्य
क्रिकेट में तेजी से बढ़ रही तकनीकों के दखल से भविष्य में इसका रूप आज से पूरी तरह अलग हो जाएगा। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्रेग चैपल के मुताबिक आने वाले वक्त में क्रिकेट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोट का उपयोग एक आम बात हो जाएगी।
आज की दौर में क्रिकेट में तकनीक का खूब दखल है। फील्ड अंपायर और प्लेयर्स की मदद के लिए अलग-अलग तकनीकों का सहारा लिया जा रहा है। खेल में तकनीकी पहलू का प्रवेश गुजरते वक्त के साथ बढ़ता जा रहा है। आने वाले समय में क्रिकेट में इसका दखल और बढ़ेगा जिससे यह पहले से कहीं ज्यादा रोमांचक और सटीक हो जाएगा। साथ ही इस खेल से जुड़ी पुरानी, स्थिर सोच भी बदल जाएगी। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ग्रेग चैपल का मानना है कि तकनीक, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल क्रिकेट को आज से बिल्कुल अलग और काफी हद तक अप्रत्याशित बना देगा। भविष्य में क्रिकेट के अभ्यास, खेलने और उपयोग करने के तरीके को बदल देगा।
तकनीक से बदला क्रिकेट
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का मानना है कि ड्रोन, रोबोट, AI, वर्चुअल रियलिटी ये सभी चीजें आम हो जाएंगी और खेल में बड़ा बदलाव लाएंगी। उन्होंने ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के लिए एक कॉलम में लिखा, ‘‘अलग-अलग तकनीकों को बड़े स्तर पर अपनाने से क्रिकेट आज के मुकाबले कम स्थिर और ज्यादा अप्रत्याशित हो जाएगा।’’
चैपल ने कहा, ‘‘हॉक-आई, हॉट स्पॉट और स्निको की शुरुआत के साथ तकनीक का खेल पर पहले से ही बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है और अंपायर के निर्णयों की सटीकता में सुधार करने में मदद मिली है। बेहतर कैमरों का इस्तेमाल अंपायरिंग को और भी सटीक बना देगा।’’
इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘‘टी20 क्रिकेट ने तकनीक के उपयोग को तेज कर दिया है और खिलाड़ियों का व्यापक विश्लेषण हो रहा है। आईपीएल में पहले से ही ऐसा हो रहा है। भविष्य में टेस्ट क्रिकेट इन चीजों को अपनाएगा जिससे यग और ज्यादा रोमांचक हो जाएगा।’’
तकनीक का दखल बढ़ना होगा डरावना
चैपल के मुताबकि यह डरावना है लेकिन प्रासंगिक बने रहने के लिए बदलाव जरूरी है क्योंकि ड्रोन और रोबोट आम हो जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ड्रोन तुरंत विश्लेषण के लिए खेल के मैदान पर नजर रखेंगे। रोबोट का व्यापक रूप से उपयोग किया जाएगा, सिर्फ ट्रेनिंग सेशंस में ही नहीं बल्कि विरोधी बल्लेबाजों और गेंदबाजों के स्किल और बदलावों को भी समझने में इसकी मदद ली जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘वर्चुअल रियलिटी से खिलाड़ियों को मैदान पर बिना उतरे अपने स्किल को सुधारने के लिए एक आभासी वातावरण में अभ्यास करने का मौका मिलेगा। इससे खिलाड़ियों को बेहतर बनने, चोटों को कम करने और नई रणनीतियां बनाने में मदद मिलेगी।’’
AI से होगा प्लेयर्स का विश्लेषण
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग के बारे में बात करते हुए चैपल ने लिखा, ‘‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग खेल में बड़ा बदलाव लेकर आएगा। एआई खिलाड़ी के प्रदर्शन का विश्लेषण करेगा और यह तत्काल प्रतिक्रिया देगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एआई प्रत्येक खिलाड़ी और टीम की ताकत और कमजोरियों का आकलन करेगा और मैच स्थितियों को सटीक तरीके से दोहराएगा।’’
विराट और लिली के स्किल से तुलना करना होगा आसान
भारत के पूर्व कोच के मुताबिक वर्चुअल रियलिटी से फैंस के खेल से जुड़ने का तरीका बदल जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘भविष्य के क्रिकेट दर्शक अपने हीरो के साथ तुलना करने के लिए उन्नत और वर्चुअल रियलिटी तकनीक का उपयोग करने में सक्षम होंगे।’’
चैपल ने कहा, ‘‘उदाहरण के लिए वे अपने बल्ले की गति की तुलना विराट कोहली या अपने गेंदबाजी कौशल की तुलना उस समय के डेनिस लिली के साथ करना चाहेंगे।’’ ग्रेग चैपल का मानना है कि ‘क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाली सामग्री भी विकसित होगी।’