IND vs AUS: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को लेकर पूर्व क्रिकेटर का बयान, कहा- इस बार भारत घर पर कमजोर...
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 9 फरवरी से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 का आगाज होने जा रहा है। उससे पूर्व बयानबाजियों का भी दौर अब शुरू हो चुका है। दोनों तरफ से शब्दों की जंग अब शुरू होती नजर आ रही है।
Border Gavaskar Trophy 2023, IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज 9 फरवरी से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2023 के तहत खेली जाएगी। इसको लेकर सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। खिलाड़ियों से लेकर क्रिकेट पंडितों तक सभी लोग अपना मत इसके ऊपर रखते नजर आ रहे हैं। इसी बीच कुछ पूर्व क्रिकेटर भी अपनी राय दे रहे हैं। उसी कड़ी में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और टीम इंडिया के पूर्व कोच ने एक बड़ा बयान दे डाला है। उनके मुताबिक इस बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी ऑस्ट्रेलिया जीत सकती है और टीम इंडिया अपने घर पर कमजोर है।
ग्रेग चैपल का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम चार मैचों की आगामी टेस्ट सीरीज जीत सकती है क्योंकि ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह जैसे प्रमुख खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण भारतीय टीम कमजोर लग रही है। गौरतलब है कि पंत सड़क दुर्घटना में चोटिल होने के बाद से लगभग पूरे साल नहीं खेल सकेंगे जबकि कमर की चोट से जूझ रहे बुमराह पहले दो टेस्ट से बाहर हैं। वहीं श्रेयस अय्यर की फिटनेस ने भी अब टीम इंडिया की चिंता बढ़ा दी है। यही कारण है कि पूर्व कोच का मानना है कि टीम इंडिया इस बार घर पर कमजोर है।
चैपल ने टीम इंडिया को क्यों बताया कमजोर?
चैपल ने ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ में अपने कॉलम में लिखा कि, ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला जीत सकता है। ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह जैसे प्रमुख खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण भारतीय टीम कमजोर लग रही है। विराट कोहली पर बहुत अधिक दारोमदार होगा। वहीं इंजरी की खबरों के बीच टीम इंडिया के लिए बड़ी राहत रही कि, ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने घुटने की चोट से उबरने के बाद रणजी ट्रॉफी के जरिए वापसी की और वह बृहस्पतिवार से नागपुर में शुरू हो रहे पहले टेस्ट के लिए टीम में मौजूद हैं।
लायन से पहले एगर को दें तरजीह
चैपल ने आगे लिखा कि, टर्निंग विकेटों पर नाथन लायन की जगह एश्टन एगर को तरजीह दी जानी चाहिए। स्पिनरों की मददगार पिच होने पर एगर को चुना जाना चाहिये क्योंकि ऊंगली की स्पिन अधिक सटीक होती है। अनिल कुंबले ने टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट लिए और वह तेज , सपाट लेग ब्रेक डालते थे। बल्लेबाजों को पता होता था कि चूकने पर उनका विकेट गिर सकता है। एगर को भी यही करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि, ऑस्ट्रेलिया को कई पहलुओं पर काम करना होगा।
ऑस्ट्रेलिया को करना होगा सुधार
उन्होंने कहा कि, डेविड वार्नर फॉर्म में नहीं है और भारत में उन्हें अपना टेस्ट रिकॉर्ड बेहतर करना होगा। उस्मान ख्वाजा, एलेक्स कारी, ट्रेविस हेड और कैमरून ग्रीन को शानदार स्पिनरों के सामने खुद को परखना होगा। मार्नस लाबुशेन अपने कैरियर का पहला बड़ा टेस्ट देंगे। ऑस्ट्रेलिया को अपनी प्रतिभा और हुनर का पूरा निचोड़ लगाना होगा। भारत में जीतना अब उतना मुश्किल नहीं है। अब नियमित दौरे हो रहे हैं और आईपीएल से काफी अनुभव मिल ही गया है।