चेतेश्वर पुजारा पुरानी कहावत में काफी ज्यादा विश्वास करते हैं कि ‘फॉर्म अस्थायी है लेकिन ‘क्लास’ स्थायी है’ है और उन्होंने कहा कि यह उनके और अजिंक्य रहाणे के लिये पूरी तरह से सटीक बैठती है क्योंकि दोनों के अर्धशतकों ने भारत को दूसरे टेस्ट में जीत की दौड़ में बनाये रखा।
पुजारा और रहाणे के अर्धशतकों और दोनों के बीच 111 रन की साझेदारी से भारत ने दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिये 240 रन का लक्ष्य दिया। यह पूछने पर कि क्या उन्हें और रहाणे को दबाव महसूस हो रहा था क्योंकि महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने कहा था कि दूसरी पारी उनके लिये अंतिम मौका हो सकती है।
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पुजारा ने इस पर दिन का खेल समाप्त होने पर सकारात्मक जवाब दिया, ‘‘हमें खुद पर पूरा भरोसा है और टीम प्रबंधन का भी हमें पूरा सहयोग है। हम हमेशा सन्नी भाई से सीखते रहते हैं और जब भी मैंने उनसे बात की है, वह हमेशा समर्थन करते रहे हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हां, ऐसा भी समय होता है जब आप खराब फॉर्म से गुजर रहे होते हो, इसमें सवाल उठेंगे लेकिन हम आत्मविश्वास से भरे खिलाड़ी हैं। मैं और अजिंक्य, हम जानते हैं कि हम अपने खेल के प्रति कड़ी मेहनत कर रहे हैं और एक कहावत है ‘फॉर्म अस्थायी है लेकिन ‘क्लास’ स्थायी है’ और यह यहां सटीक बैठती है। ’’
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