FIFA U-17 Women's World Cup: 15 अगस्त को जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा था तब अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के लिए एक बुरी खबर आई। फीफा ने एआईएफएफ पर प्रतिबंद लगा दिया। जिसके बाद भारतीय फुटबॉल को बहुत बड़ा झटका लगा। फीफा की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज़ में यह साफ कहा गया की एआईएफएफ पर लगे बैन की वजह से भारत में अक्टूबर के महीने में होने वाले फीफा अंडर 17 महिला विश्व कप की मेजबानी भारत नहीं करेगा।
इस साल भारत में महिला फुटबॉल को पहुँचा नुकसान
महिला फुटबॉलरों को इस साल की शुरुआत में पहले ही नुकसान उठाना पड़ा था, जब भारत ने एक और बहु-राष्ट्र टूर्नामेंट, एएफसी एशियाई कप की मेजबानी की थी। मुंबई में बायो बबल में COVID-19 के फैलने की वजह से राष्ट्रीय टीम को टूर्नामेंट छोड़ना पड़ा था। दरअसल, फीफा का प्रतिबंध भारतीय अंडर-17 महिला टीम के लिए पहली बुरी खबर भी नहीं है। दो महीने से भी कम समय पहले टीम के असिस्टेंट कोच एलेक्स एम्ब्रोस को यौन दुराचार के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया था। इन सभी घटनाओं ने भारत में महिला फुटबॉल को भारी नुकसान पहुंचाया है।
भारत को वापस मिल सकती है फीफा की मेजबानी
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान कई बार इसे "राष्ट्रीय गौरव" के रूप में दिखाने की कोशिश की गई। हालांकि इस मुद्दे को उच्चतम स्तर पर सुलझाया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से सीओए को भंग कर दिया गया है। जिसके बाद से फीफा की ओर से ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन पर लगे बैन की हटने की उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं। फीफा ने कुछ समय पहले एआईएफएफ में थर्ड पार्टी की दखल की वजह से बैन लगा दिया था। मगर अब उम्मीद की जा रही है कि फीफा अंडर 17 महिला विश्व कप की मेजबानी फिर से भारत को मिल सकती है।
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