भारत के अनुभवी और स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन आईपीएल खत्म होने के बाद अब नए मिशन की तैयारी में लग गए हैं। आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से शानदार प्रदर्शन करने वाले 35 वर्षीय स्पिनर की नजर अब जूलाई में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले एकमात्र टेस्ट पर है।
भारतीय टेस्ट टीम के अहम सदस्य फिलहाल किसी टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं और ऐसे में उनके पास आराम का भरपूर समय है। लेकिन अश्विन ने इस मौके का फायदा उठाते हुए लाल गेंद के क्रिकेट में खुद को ढालने का फैसला किया है। इसके तहत अश्विन टीएनसीए प्रथम श्रेणी सेमीफाइनल और फाइनल में एमआरसी ए के लिये खेलते दिखेंगे।
भारत के इस अनुभवी स्पिनर का कहना है कि एक जुलाई से इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले पांचवें टेस्ट से पहले लाल गेंद के क्रिकेट में खुद को ढालने के लिये उन्होंने यह फैसला लिया है। भारतीय टीम 15 जून को इंग्लैंड रवाना होगी जहां एडबस्टन में लीसेस्टरशर के खिलाफ अभ्यास मैच खेलना है।
उन्होंने कहा, "प्रथम श्रेणी मैच खेलने का मकसद टी20 से लाल गेंद के प्रारूप में ढलना है। यह सब कार्यभार प्रबंधन की बात है। उम्र और अनुभव के साथ आप चतुर होते जाते हैं।"
टेस्ट क्रिकेट में 442 विकेट ले चुके अश्विन ने कहा, "मैं वही करने की कोशिश कर रहा हूं। मैं अपने खेल का मजा ले रहा हूं और इंग्लैंड में भी वही करना चाहता हूं। मुझे लगता है कि मैं बल्ले और गेंद से योगदान दे सकता हूं। मैं अपनी फिटनेस पुख्ता रखना चाहता हूं।"
हाल ही में भारत के लिये सर्वोच्च विकेट लेने वाले अनिल कुंबले (619 विकेट) के बाद दूसरे गेंदबाज (442) बने अश्विन ने कहा, "मैने अपने खेल पर बहुत मेहनत की है और मैं बहुत सोचता हूं। मैं अपने खेल से खुश हूं और बहुत आगे के लक्ष्य नहीं बनाता।"
इनपुट: PTI
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