अजीत अगरकर को चीफ सेलेक्टर बनाने के लिए क्या BCCI ने तोड़ा नियम? जानें पूरे मामले का सच
बीसीसीआई ने अजीत अगरकर को टीम इंडिया का नया चीफ सेलेक्टर चुना है। उन्होंने भारत के लिए 191 वनडे, 26 टेस्ट और 4 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले थे।
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 191 वनडे, 26 टेस्ट और 4 टी20 इंटरनेशनल खेलने वाले अजीत अगरकर को भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अंदर मंगलवार को एक बड़ा पद सौंपा गया था। फरवरी में चेतन शर्मा के इस्तीफा देने के बाद से चीफ सेलेक्टर का पद खाली था। अब भारत के दिग्गज पूर्व ऑलराउंडर ने इस पद को संभाल लिया है। अगरकर के चीफ सेलेक्टर बनने के बाद एक सवाल भी कई लोगों के जहन में उत्पन्न हो गया है। कुछ लोगों को यह भी लग सकता है कि शायद बीसीसीआई ने नियम का उल्लंघन किया है? पर इस पूरे मामले की सच्चाई कुछ और ही है।
कमेटी में वेस्ट जोन के दो सेलेक्टर शामिल
दरअसल बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी के पांचों मेंबर अलग-अलग जोन के होते हैं। अजीत अगरकर की नियुक्ति से पहले सुब्रोतो बनर्जी सेंट्रल जोन, एस. शरत साउथ जोन, एसएस दास ईस्ट जोन और सलिल अंकोला वेस्ट जोन से थे। चेतन शर्मा इससे पहले नॉर्थ जोन का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। ऐसे में यह कहा जा रहा था कि इस रिक्त पद के लिए नॉर्थ जोन से ही किसी की नियुक्ति होगी। लेकिन अजीत अगरकर वेस्ट जोन से आते हैं और ऐसे में अंकोला और अगरकर दोनों वेस्ट जोन से हो गए हैं। वहीं नॉर्थ जोन से कोई भी मौजूदा सेलेक्शन कमेटी में नहीं है। इसी के बाद यह सवाल उठा कि क्या बीसीसीआई की तरफ से वर्षों पुराना यह नियम तोड़ दिया गया?
क्या है इस मामले का पूरा सच?
दरअसल बीसीसीआई ने इस पद के लिए 22 जून को आवेदन मांगे थे। पर नॉर्थ जोन की तरफ से किसी हाई प्रोफाइल कैंडीडेट ने भी इस पोस्ट के लिए नहीं अप्लाई किया। इस कंडीशन में बीसीसीआई के पास कोई विकल्प नहीं बच रहा था। इस स्थिति में बीसीसीआई ने सालों से चली आ रही परंपरा से हटकर फैसला किया लेकिन इसमें नियम के उल्लंघन जैसा कुछ नहीं था। आपको बता दें कि आरएम लोढा कमेटी के डायरेक्शन पर बनाए गए संविधना के हिसाब से ऐसा कोई नियम नहीं था कि जोन के हिसाब से सेलेक्टर चुना जाए। लिहाजा बीसीसीआई ने कोई भी नियम नहीं तोड़ा है।
फिलहाल लंबे समय बाद एक दिग्गज खिलाड़ी ने इस भूमिका को संभाला है जिसने सालों तक भारत के लिए क्रिकेट खेला और खूब नाम कमाया। अजीत अगरकर के लिए उनके कार्यकाल की शुरुआत में ही काफी बड़ी चुनौतियां आने वाली हैं। इस साल वेस्टइंडीज दौरे के बाद आयरलैंड दौरा फिर एशिया कप 2023, वनडे वर्ल्ड कप 2023 और ऑस्ट्रेलिया सीरीज जैसे बड़े मौकों के लिए सही और ठोस टीम चुनना उनके लिए कड़ी परीक्षा होगी। अब देखना होगा कि बतौर सेलेक्टर अगरकर वो नाम कमा पाते हैं या नहीं जो उन्होंने बतौर खिलाड़ी कमाया।