भारतीय पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को लगता है कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे टीम के विश्वास पर खरे उतरे हैं। पुजारा और रहाणे ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहान्सबर्ग टेस्ट की दूसरी पारी में शतकीय साझेदारी की, इस दौरान दोनों खिलाड़ियों ने अर्धशतक भी जड़े। गावस्कर ने पहली इनिंग में इन दोनों खिलाड़ियों के फेल होने के बाद कहा था कि टेस्ट करियर बचाने के लिए उनकेय पास यह आखिरी पारी है।
हालांकि, रहाणे और पुजारा की पारी के बावजूद भारत हार से नहीं बच पाया, क्योंकि प्रोटियाज कप्तान डीन एल्गर ने गुरुवार को शानदार बल्लेबाजी कर मेजबान टीम को सीरीज में 1-1 से बराबरी दिला दी।
Ashes 2021-22: पांचवें टेस्ट में फिर हेजलवुड की जगह बोलैंड को मिल सकता है मौका
गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, "टीम ने अनुभवी बल्लेबाजों का अतीत किए गए प्रदर्शन को देखते हुए उनका समर्थन किया है। उन्हें विश्वास था कि वे अच्छा करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "कभी-कभी हम अपने कुछ वरिष्ठ खिलाड़ियों पर थोड़ा सख्त हो सकते हैं, क्योंकि आपके पास कई युवा खिलाड़ी मौके के इंतजार में हैं और हम सभी उन्हें थोड़ा बेहतर करते देखना चाहते हैं। लेकिन जब तक ये वरिष्ठ खिलाड़ी अच्छा खेल रहे हैं और खराब शॉट खेलकर आउट नहीं हो रहे हैं, तो मुझे लगता है कि हमें उन पर विश्वास दिखाना चाहिए।"
कोविड-19 के कारण एसएएएफ क्रॉस कंट्री, राष्ट्रीय क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप हुई स्थगित
गावस्कर ने यह भी कहा कि केएल राहुल, जो चोटिल विराट कोहली के स्थान पर भारत के कप्तान के बने थे, दूसरी पारी के शुरुआती भाग में अपने फील्ड प्लेसमेंट के साथ बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे।
भारत के पूर्व कप्तान ने यह भी स्वीकार किया कि भारत की फिल्डिंग और बेहतर हो सकती थी, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने जिस तरह से लक्ष्य का पीछा किया इसे उनको सीखने की जरूरत है।
(With IANS Inputs)
Latest Cricket News