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Hindi News खेल क्रिकेट Budget 2023: ओलंपिक के गोल्ड और सिल्वर पर मोदी सरकार की नजर, खेल मंत्रालय को दिया बहुत बड़ा तोहफा

Budget 2023: ओलंपिक के गोल्ड और सिल्वर पर मोदी सरकार की नजर, खेल मंत्रालय को दिया बहुत बड़ा तोहफा

देश की मोदी सरकार द्वारा साल 2023 का आम बजट जारी कर दिया गया है। इसमें भारत के खेल मंत्रालय को करीब 700 करोड़ का भारी इजाफा मिला है।

खेल बजट 2023 में क्या कुछ...- India TV Hindi Image Source : INDIA TV खेल बजट 2023 में क्या कुछ रहा खास?

Sports Budget 2023: भारत की नरेंद्र मोदी सरकार ने साल 2023 का आम बजट जारी कर दिया है। इसके मुताबिक देश के खेल मंत्रालय को सरकार की तरफ से 700 करोड़ का भारी-भरकम तोहफा दिया गया है। इससे साफ है कि देश की मोदी सरकार की नजर इस साल होने वाले एशियाई खेल और अगले साल पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों पर है। सरकार ने आगामी दो सालों में दो बड़े ईवेंट को ध्यान में रखते हुए खेल मंत्रालय के बजट में पिछले साल से इस बार भारी इजाफा किया गया है। बुधवार को पेश किए गए केन्द्रीय बजट में खेल मंत्रालय को 3,397.32 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है जो पिछले साल के मुकाबले 723.97 करोड़ रुपए अधिक है। 

मोदी सरकार द्वारा जारी बजट की राशि पिछले वित्तीय वर्ष (2022-23) के संशोधित बजट से अधिक है, जब मंत्रालय को 2,673.35 करोड़ रुपए मिले थे। पिछले साल हालांकि वास्तविक आवंटन 3,062.60 करोड़ रुपए था। साल 2022-23 के लिए संशोधित आवंटन में कटौती का एक मुख्य कारण चीन में प्रस्तावित एशियाई खेलों का स्थगन भी था। वहीं इन खेलों का आयोजन इस साल होना है जिसको देखते हुए मंत्रालय के बजट में भारी इजाफा देखने को मिला है। 

खेल मंत्रालय में किस विभाग को मिलेगी कितनी रकम?

मंत्रालय का प्रमुख कार्यक्रम, ‘खेलो इंडिया - खेल के विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम’ सरकार की प्राथमिकता बनी हुई है, इसे पिछले वित्त वर्ष के दौरान 606 करोड़ रुपए के संशोधित आवंटन के मुकाबले 1,045 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। इसमें 439 करोड़ रुपये की वृद्धि कार्यक्रम के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। खेलो इंडिया के आयोजन ने पिछले कुछ वर्षों में ओलंपिक, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों जैसे प्रमुख वैश्विक आयोजनों के लिए एथलीट तैयार करने की क्षमता दिखाई है। 

खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय शिविरों के आयोजन, शिविर का बुनियादी ढांचा और उपकरण प्रदान करने, प्रशिक्षकों की नियुक्ति और खेल के बुनियादी ढांचे को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के लिए इस बजटीय आवंटन में 36.09 करोड़ रुपए की वृद्धि की गई है। पिछले वर्ष के संशोधित व्यय 749.43 करोड़ रुपए के मुकाबले साल 2023-24 के लिए उनका आवंटन 785.52 करोड़ रुपए है। 

राष्ट्रीय खेल संघों (एनएसएफ) को पिछले वर्ष के संशोधित बजट 280 करोड़ रुपए से 45 करोड़ रुपए का बढ़ा हुआ आवंटन प्राप्त हुआ है और अब उन्हें 325 करोड़ रुपए मिलेंगे। विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) से संबद्ध राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) और राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (एनडीएलटी) को पहले साइ के जरिए कोष मिलता था लेकिन अब ये संस्थाएं अपने रकम को सीधे प्राप्त करेगी। इस साल के बजट में नाडा को 21.73 करोड़ रुपए की धनराशि मुहैया कराने का प्रावधान है, जबकि डोप परीक्षण कराने वाले एनडीटीएल को 19.50 करोड़ रुपए मिलेंगे। 

दुनिया भर के देश खेल उत्कृष्टता के लिए प्रयास कर रहे हैं और खिलाड़ियों के खेल विज्ञान और वैज्ञानिक प्रशिक्षण पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। ऐसे में इस साल के बजट में राष्ट्रीय खेल विज्ञान और अनुसंधान केंद्र के लिए भी 13 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इस तरह से बजट में मिली कुल 700 करोड़ से अधिक की वृद्धि खेल मंत्रालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। अब देखना होगा कि आगामी एशियाई खेलों और अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक में इसका कितना असर देखने को मिलता है। 

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