Impact Player Rule T20: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टी20 क्रिकेट में एक नए नियम पर मुहर लगा दी है। इस नियम के तहत अब टीम में सिर्फ 11 नहीं बल्कि उससे ज्यादा खिलाड़ियों को भी खेलने का मौका मिल सकता है। यह नियम हालांकि फुटबॉल और हॉकी जैसा ही है जिसमें सब्सटीट्यूट प्लेयर्स को मौका मिलता है। इस नियम के तहत भी कुछ ऐसा ही होगा लेकिन फर्क बस इतना होगा कि यह नियम प्रत्येक इनिंग में 14 ओवर तक ही लागू रहेगा। उसके बाद प्लेयर को रिप्लेस नहीं किया जा सकता। इस नियम को टेस्टिंग के लिए आगामी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में लागू किया जा सकता है। यह नियम कुछ समय पहले इंटरनेशनल क्रिकेट में लाए गए सुपर-सब नियम जैसा ही है।
IPL 2023 में होगा लागू?
इस नियम को 'Impact Player' नाम दिया गया है। यह नियम बिग बैश लीग में भी एक्स फैक्टर नाम से इस्तेमाल किया जाता है जिसमें अधिकतम 13 खिलाड़ी खेल सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि अगर घरेलू क्रिकेट के टूर्नामेंट में इस नियम की सफल टेस्टिंग हुई और यह सफल हुआ तो इसे अगले साल IPL 2023 में भी लागू किया जा सकता है। बीसीसीआई ने सभी राज्यों को एक सर्कुलर भेजा है जिसमें कहा गया है, 'टी20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए अब नया कुछ लाने की तैयारी है। इसके जरिए फैंस के साथ प्लेयर्स और टीमों के लिए भी इस फॉर्मेट को और ज्यादा रोचक बनाया जा सके।'
कैसा होगा यह नियम? - सर्कुलर में बताए गए इस नियम के प्रारूप के मुताबिक, 'कप्तान को टॉस के समय प्लेइंग-11 तो बतानी है, साथ ही 4 अन्य खिलाड़ियों के नाम भी बतौर सब्सिट्यूट देने होंगे। इन चारों खिलाड़ियों में से किसी एक को 'इम्पैक्ट प्लेयर' नियम के तहत प्लेइंग-11 में शामिल प्लेयर से रिप्लेस किया जा सकता है।'
- बतौर 'इम्पैक्ट प्लेयर' जिस भी खिलाड़ी का इस्तेमाल किया जाएगा, वही मैच खेलेगा। प्लेइंग-11 से बाहर किया गया प्लेयर नहीं खेल सकेगा। मैच में ब्रेक के टाइम या फील्डिंग में भी प्लेयर का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
- टीम को इससे एक फायदा जरूर रहेगा, यदि 'इम्पैक्ट प्लेयर' के तौर पर किसी बॉलर को शामिल किया जाता है, तो वह अपने पूरे 4 ओवर गेंदबाजी ही करेगा। बाहर किए गए बॉलर ने कितने ओवर किए या नहीं किए, इसका उस 'इम्पैक्ट प्लेयर' पर असर नहीं पड़ेगा।
- बल्लेबाजी टीम को इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल विकेट गिरने या इनिंग्स ब्रेक के दौरान ही करना होगा।
- हालांकि टीम, कप्तान या मैनेजमेंट को एक बात का ध्यान रखना होगा कि उन्हें 'इम्पैक्ट प्लेयर' नियम का इस्तेमाल करने से पहले फील्ड अंपायर या फोर्थ अंपायर को जानकारी देनी होगी।
- बीसीसीआई के इस नियम के मुताबिक, मैच के दौरान दोनों टीमें पारी के 14वें ओवर से पहले ही 'इम्पैक्ट प्लेयर' का इस्तेमाल कर सकेंगी। यानी इसके बाद नियम का इस्तेमाल नहीं होगा।
- अगर कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता है और टीम ने उसे बदलने के लिए इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल किया है तो चोटिल खिलाड़ी शेष मैच का हिस्सा नहीं रह पाएगा। इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल उस ओवर की समाप्ति पर ही करना होगा।
- वहीं इस नियम का इस्तेमाल करना अनिवार्य नहीं होगा और यह टीमों पर निर्भर करेगा कि वह इसका इस्तेमाल करना चाहती हैं या नहीं।
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