BCCI Apex Council Meeting: बीसीसीआई की अहम बैठक में इन पांच मुद्दों पर हुई चर्चा, भारत के शेड्यूल को लेकर आई बड़ी अपडेट
BCCI Apex Council Meeting: भारतीय क्रिकेट बोर्ड की गुरूवार को शीर्ष परिषद की बैठक में भारत के आगामी क्रिकेट कार्यक्रम पर हुई चर्चाएं।
Highlights
- बीसीसीआई का 86.21 करोड़ रूपये
- घरेलू क्रिकेट का 'टाइटल' अधिकार छोड़ना चाहता है पेटीएम
- दलीप ट्राफी और ईरानी कप फिर से शुरू करने पर विचार
BCCI Apex Council Meeting: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की गुरूवार को शीर्ष परिषद की बैठक हुई। इसमें बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली समेत बोर्ड के कई बड़े अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चाएं हुईं और साथ ही अहम फैसले भी लिए गए। इस बैठक में भारत की घरेलू श्रृंखलाओं समेत, देश की आगामी घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट और स्पांसरशिप समेत कई अलग-अलग विषय पर बातचीत हुई। आइए एक नजर डालते हैं उन सभी अहम मुद्दों पर...
दक्षिण अफ्रीका वनडे की मेजबानी दिल्ली को
दिल्ली का फिरोजशाह कोटला अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे की श्रृंखला के अंतिम मैच की मेजबानी करेगा जबकि टी20 विश्व कप के लिये जाने वाली टीम आईसीसी प्रतियोगिता के लिये रवाना होने से पहले ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन-तीन मैच खेलेगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत मोहाली (20 सितंबर), नागपुर (23 सितंबर) और हैदराबाद (25 सितंबर) में ऑस्ट्रेलिया से मुकाबले खेलेगा। भारतीय टीम विश्व कप की अपनी तैयारियों का समापन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन और टी20 मैच से करेगी जो त्रिवेंद्रम (28 सितंबर), गुवाहाटी (एक अक्टूबर) और इंदौर (तीन अक्टूबर) में होंगे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 की मेजबानी मोहाली को
तीन वनडे रांची (छह अक्टूबर), लखनऊ (नौ अक्टूबर) और दिल्ली (11 अक्टूबर) में खेले जाएंगे। बीसीसीआई कोविड-19 के कारण स्थगित हुई लंबित श्रृंखलायें खत्म कर रहा है।
दक्षिण अफ्रीका की टीम दुर्गा पूजा के दौरान तीन मैचों की वनडे श्रृंखला के लिये आ रही है जिसमें दूसरे दर्जे की भारतीय टीम खेलती नजर आयेगी। बीसीसीआई के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा कि जैसा कि हमारे सचिव जय शाह ने हाल में कहा था, हमारे पास बराबर मजबूती की दो राष्ट्रीय टीमें उपलब्ध हैं। इसलिये तीन वनडे ऐसे समय पर खेले जायेंगे जब राष्ट्रीय टीम विश्व टी20 के लिये रवाना होगी। सूत्र ने कहा कि रोटेशन नीति के अनुसार वनडे को कोलकाता में होना था लेकिन दुर्गा पूजा के समय पर बंगाल क्रिकेट संघ त्योहार के दौरान पुलिस का बंदोबस्त नहीं कर पायेगा। इसलिये एक मैच दिल्ली को दिया गया है।
बायजूस पर बीसीसीआई का 86.21 करोड़ रूपये का बकाया
भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी के प्रायोजक बायजूस पर कथित रूप से बीसीसीआई का 86.21 करोड़ रूपये का बकाया है। अप्रैल में ही एडटेक कंपनी बायजूस और बीसीसीआई ने अपनी साझेदारी भारत में होने वाले 2023 वनडे विश्व कप के अंत तक बढ़ाने पर सहमति जतायी थी जिसमें 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गयी थी। बीसीसीआई की शीर्ष परिषद की बैठक में गुरूवार को इस मुद्दे पर चर्चा की गयी। बोर्ड के एक सूत्र ने बैठक के बाद पीटीआई से कहा कि अब तक बायजूस पर बोर्ड का 86.21 करोड़ रूपये का बकाया है। हालांकि बायजूस के प्रवक्ता ने पीटीआई से कहा कि हमने बीसीसीआई से करार बढ़ाया है लेकिन इस पर अभी हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। अनुबंध पर हस्ताक्षर होते ही भुगतान करार की शर्तों के अनुसार कर दिया जायेगा। इसलिये हमारी ओर से कोई राशि बकाया नहीं है।
'टाइटल' प्रायोजन छोड़ना चाहता है पेटीएम
फिनटेक कंपनी पेटीएम ने बीसीसीआई से अपने भारत के घरेलू क्रिकेट 'टाइटल' अधिकार मास्टरकार्ड को देने का अनुरोध किया है। पेटीएम और बीसीसीआई के बीच मौजूदा करार सितंबर 2019 से लेकर 31 मार्च 2023 तक का है। सूत्र ने कहा कि पेटीएम ने बीसीसीआई से प्रायोजन को किसी अन्य कंपनी को सौंपने का अनुरोध किया है और बोर्ड इस पर विचार कर रहा है। अगस्त 2019 में पेटीएम ने भारत में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के मैचों के 'टाइटल' प्रायोजक के तौर पर जुड़ाव चार साल के लिये बढ़ाया था।
दलीप ट्राफी और ईरानी कप फिर से शुरू करने पर विचार
बीसीसीआई प्रतिष्ठित दलीप ट्राफी और ईरानी कप फिर से शुरू करने पर विचार कर रहा है जबकि आगामी घरेलू सत्र में रणजी ट्राफी सत्र पूरा कराने की योजना है। दलीप ट्राफी और ईरानी कप कम से कम तीन सत्र से आयोजित नहीं हुए हैं जबकि बीसीसीआई को कोविड-19 महामारी के कारण 2020 में पहली बार रणजी सत्र रद्द करना पड़ा था। बोर्ड ने पिछला रणजी सत्र छोटा कर दिया था। इसे ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई शीर्ष परिषद ने 2022-23 सत्र के लिये विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की जिसमें बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली ने घोषणा की कि 2022-23 में पूर्ण घरेलू सत्र खेला जायेगा। बोर्ड दलीप ट्राफी के साथ पुरूष सीनियर सत्र शुरू करने पर विचार कर रहा है जिसके आठ सितंबर से खेले जाने की संभावना है। साथ ही बीसीसीआई एक से पांच अक्टूबर तक ईरानी कप की मेजबानी पर भी विचार कर रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले दलीप ट्राफी पांच क्षेत्र के बीच नॉकआउट आधार पर करायी जाती थी लेकिन बाद में यह तीन टीमों का मुकाबला बन गयी थी जिसमें राउंड-रोबिन प्रारूप के आधार पर शीर्ष दो टीमें फाइनल में पहुंचती। ईरानी कप में मौजूदा रणजी ट्राफी चैम्पियन का सामना शेष भारत टीम से होता है।
पूरा रणजी सत्र कराने की योजना
बैठक में सैयद मुश्ताक अली ट्राफी, विजय हजारे ट्राफी और रणजी ट्राफी की मेजबानी के विकल्प पर भी चर्चा की गयी। मुश्ताक अली ट्राफी (टी20) 11 अक्टूबर से खेली जा सकती है जबकि विजय हजारे ट्राफी (वनडे प्रारूप) के 12 नवंबर से होने की उम्मीद है। रणजी ट्राफी 13 दिसंबर से शुरू हो सकती है जिसके नॉकआउट मैच एक फरवरी से खेले जा सकते हैं। बैठक में जिन प्रारूपों पर चर्चा हुई, उनमें से एक के अनुसार रणजी ट्राफी में आठ एलीट टीमों के चार ग्रुप और छह प्लेट टीमों का एक ग्रुप हो सकता है। गांगुली ने कहा कि आगामी सत्र से महिलाओं का अंडर-16 वर्ग शुरू किया जायेगा।