बाबर आजम के हाथों से जाएगी पाकिस्तान की कप्तानी! PCB ने की बड़े एक्शन की तैयारी
बाबर आजम मौजूदा समय में पाकिस्तान के तीनों फॉर्मेट के कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में पिछले साल टीम ने अपने घर पर निराशाजनक प्रदर्शन किया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अंदर नजम सेठी के आने के बाद कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। उसी कड़ी में अब बोर्ड पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तीनों फॉर्मेट के स्ट्रक्चर यानी टीम बैलेंस को रिव्यू करने जा रहा है। इस रिव्यू का नतीजा पाकिस्तान के मौजूदा कप्तान बाबर आजम के लिए खुशनुमा साबित नहीं हो सकता है। बाबर फिलहाल पाकिस्तान के तीनों फॉर्मेट के कप्तान हैं। लेकिन इंग्लैंड द्वारा किए गए स्प्लिट कैप्टेंसी के इजात के बाद अन्य देश भी इसके ऊपर विचार करने लगे हैं। उसी देखादेखी में पाकिस्तान क्रिकेट में भी यह उपयोग करने की सुगबुगाहट आने लगी है।
पाकिस्तान के कई सीनियर ऑफिशियल्स ने इस बात के संकेत दिए हैं कि कप्तान और कोच के ऊपर गाज गिर सकती है। हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने अपने एक निराशाजनक घरेलू सत्र को खत्म किया था। इसके अलावा मल्टी नेशन टूर्नामेंट में भी पाकिस्तान की टीम खास प्रभावित नहीं कर पाई थी। इसी को देखते हुए अब बोर्ड बाबर आजम की पॉवर को कम करने के मूड में नजर आ रहा है। पाकिस्तान के हेड कोट सक्लैन मुश्ताक का कार्यकाल फरवरी में खत्म हो रहा है। ऐसे में कोच की तलाश जारी है वहीं अब कप्तानी का मुद्दा भी पीसीबी के अंदर गहरा सकता है। ताजा जानकारी के मुताबिक बोर्ड मार्च में पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) खत्म होने के बाद रिव्यू की प्रक्रिया शुरू करेगा।
शान मसूद को अचानक बनाया गया उपकप्तान
नजम सेठी की अध्यक्षता में पीसीबी का कार्यभार संभालने के लिए बनाए गए पैनल के सत्ता संभालने के बाद से कई बदलाव देखने को मिले। मोहम्मद वसीम की अध्यक्षता वाली चयन समिति को बर्खास्त कर शाहिद अफरीदी को अंतरिम चीफ सेलेक्टर बनाया गया। उनकी कमेटी में अब्दुल रज्जाक और राव इफ्तिखार अंजुम को भी जगह मिली। इसके बाद टीम के रेगुलर उपकप्तान शादाब खान उंगली में चोट के कारण बाहर हो गए और शान मसूद को बाबर का डिप्टी नियुक्त किया गया। जबकि आखिरी वनडे मसूद ने 2019 में खेला था और अचानक उन्हें यह जिम्मेदारी मिल गई। हारिस सोहेल को भी टीम में इस बात को कहते हुए बुलाया गया कि पूर्व चयनकर्ताओं ने उनके साथ सही व्यवहार नहीं किया।
शान मसूद को उपकप्तान बनाने से कई अटकलें शुरू हो गईं। इसके बाद टीम के अंदर गुटबाजी की भी फुसफुसाहट होने लगी। लोगों ने मैनेजमेंट के इस फैसले को बाबर की कप्तानी को चैलेंज करने के एक कदम के रूप में भी देखा। हालांकि, बाबर आजम इससे बिल्कुल भी खुश नहीं दिखे और उन्होंने न्यूजीलैंड सीरीज के पहले वनडे से पूर्व कहा कि उपकप्तान बनने का मतलब यह नहीं कि आप प्लेइंग 11 में खेलेंगे ही। ऐसा ही हुआ मसूद को शुरुआती दोनों मुकाबलों में टीम में नहीं जगह मिली। हालांकि, क्रिकइंफो के मुताबिक नजम सेठी की इस बात में पूरी दिलचस्पी है कि मसूद को प्लेइंग 11 में जगह मिली और पाकिस्तान के टॉप-4 का वह हिस्सा बनें।
बाबर आजम के लिए यह पड़ा उल्टा दांव
बाबर आजम एक शानदार बल्लेबाज हैं लेकिन उनकी कप्तानी में पाकिस्तान को हाल ही में खेले गए पांच घरेलू टेस्ट मैचों में से एक में भी जीत नहीं मिली और तीन में हार मिली। वहीं 2022 में पाकिस्तान अपने घर पर एक भी घरेलू टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाया। इसके अलावा टी20 सीरीज में भी उसे इंग्लैंड ने उनके घर में ही हराया। टी20 की बात करें तो पाकिस्तान की टीम को बाबर आजम ने 2022 वर्ल्ड कप के फाइनल, 2021 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल और एशिया कप के फाइनल तक पहुंचाया। पर एक भी मौके पर पाकिस्तान की टीम जीत नहीं पाई। ऐसे में अब अटकलें हैं कि बाबर को सिर्फ 50 ओवर में ही टीम का कप्तान बरकरार रखा जा सकता है। स्प्लिट कैप्टेंसी के आने पर अगले दो दावेदार कौन होंगे यह देखने वाली बात होगी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की उठा-पटक ठीक वहां की सरकार जैसे ही चलती है। 2018-19 में जब इमरान खान प्रधानमंत्री बने तो नजम सेठी ने चेयरमैन का पद छोड़ दिया था। वहीं हाल ही में शाहबाज शरीफ की सरकार के दबाव के चलते रमीज राजा को इस पद से हटा दिया गया। अब सेठी की अध्यक्षता में एक 14 सदस्यों की कमेटी बनाई गई है जिसको 120 दिन पाकिस्तान क्रिकेट के पुराने स्ट्रक्टचर को वापस तैयार करने के लिए दिए गए हैं जो 2015 से 2019 तक था। ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है। सेठी के आने से पुरानी चीजें फिर से लागू होने लगी हैं। ऐसा ही कुछ शान मसूद के केस में दिखा।
मिकी आर्थर ने ठुकराया प्रस्ताव
सेठी ने पाकिस्तान के पूर्व कोच मिकी आर्थर को भी अप्रोच किया था। हालांकि, आर्थर ने यह प्रपोजल ठुकरा दिया। उनका मानना था कि, पाकिस्तान क्रिकेट के अंदर का माहौल ठीक नहीं हैं। वहीं बोर्ड का कहना था कि, वह डर्बीशर के लिए अपने कॉन्ट्रैक्ट के कारण नहीं आ सकते। इसके लिए सेठी ने खुद आर्थर से बात की थी। खबरें यह भी आईं कि शान मसूद जो डर्बीशर का हिस्सा रहे हैं उनका नाम लीडरशिप में आगे लाने की सलाह आर्थर से ही सेठी को मिली थी। अब देखना होगा कि यह जो उठा-पटक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में चल रही है कब तक जारी रहती है और इसके आने वाले दिनों में क्या परिणाम होते हैं?