बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने किया टेकनिक में बदलाव, खुद मानी ये बात
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच नौ फरवरी से चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेला जाएगा।
IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज नौ फरवरी से नागपुर में शुरू होने जा रही है। WTC के फाइनल के नजरिए से यह सीरीज दोनों टीमों के लिए अहम है। इस सीरीज के लिए दोनों टीमों ने अपने स्क्वॉड का ऐलान कर दिया है। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस सीरीज के लिए जमकर मेहनत कर रही है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के लिए भारतीय पिचों पर स्पिन खेल पाना आसान नहीं होगा। ऑस्ट्रेलिया ने साल 2004 के बाद से भारत में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। वहीं भारत ने उन्हें उनके घर पर साल 2018 और 2020 में रौंदा था। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के लिए यह सीरीज और भी मायने रखती है। भारत दौरे पर आ रही ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी ट्रेविस हेड ने अपनी तैयारियों को लेकर बड़ी बात कही है।
क्या बोले हेड
इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पाकिस्तान में किए गए शानदार प्रदर्शन से प्रेरित ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रेविस हेड भारत के खिलाफ होने वाली आगामी टेस्ट सीरीज में अपने खेलने के रवैये को छोड़कर विरोधी टीम के आक्रमण पर हावी होकर खेलने की रणनीति अपनाएंगे।‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई टीम के भारत रवाना होने से पहले हेड ने कहा कि इंग्लैंड ने पाकिस्तान में जिस तरह से बल्लेबाजी की उसे देखने के बाद मैंने पीछे मुड़कर देखा तो पाया कि उपमहाद्वीप में खेली गई पिछली सीरीज में मैंने उतना सकारात्मक होकर बल्लेबाजी नहीं की जितना मैं चाहता था।
हेड ने आगे कहा, मैं इन श्रृंखलाओं में स्पिन के खिलाफ जिस तरह से खेला उससे मेरा मानना है कि अगर मैं अधिक सकारात्मक होकर खेलूंगा तो मेरा फुटवर्क अच्छा रहेगा और मेरा रक्षात्मक खेल भी इससे बेहतर होगा। मैं जानता हूं कि यह आस्ट्रेलिया में खेलने से पूरी तरह से अलग होगा। हेड ने आगे कहा, हमने इन गर्मियों में तेज गेंदबाजों के खिलाफ भी इसे परखा। मुझे लगता है कि मेरा फ्रंट फुट डिफेंस अच्छा है और मेरा मानना है कि मुझे वहां रक्षात्मक नहीं बल्कि सकारात्मक मानसिकता के साथ जाना होगा।
एशिया में हेड का प्रदर्शन
हेड एशिया में पिछली तीन में खेस चुके हैं। वह 2018 और 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ तथा पिछले साल श्रीलंका में खेले थे। उन्होंने इन श्रृंखलाओं की 11 पारियों में 21.30 की औसत से केवल 213 रन बनाए थे। हेड ने कहा,‘‘ मुझे लगता है कि पाकिस्तान और श्रीलंका में मैंने थोड़ा रक्षात्मक रवैया अपनाया था। वहां जाकर पिच का आकलन करना और अपनी भूमिका समझना महत्वपूर्ण है। वहां मैच कम स्कोर या बड़े स्कोर वाला हो सकता है। आपको कभी बड़ा स्कोर बनाना पड़ सकता है या फिर 40, 50 या 60 का स्कोर भी आपको जीत दिला सकता है।’’