ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम 24 साल बाद पाकिस्तान दौरे पर जाने की तैयारी में है। खबर है कि अभी तक किसी खिलाड़ी ने पाकिस्तान का एतराज नहीं किया है। कंगारुओं ने पाकिस्तान का आखिरी दौरा 1998 में किया था। ऑस्ट्रेलिया का यह पाकिस्तान दौरा 3 मार्च से शुरू होगा। इस दौरान दोनों टीमों के बीच तीन टेस्ट, इतने ही वनडे मैच की सीरीज होगी। ऑस्ट्रेलिया के पाकिस्तान दौरे का अंत लाहौर में खेले जाने वाले एकमात्र टी20 मैच से होगा।
पाकिस्तान सुरक्षा कारणों से लगभग एक दशक तक शीर्ष अंतरराष्ट्रीय टीम और टूर्नामेंट की मेजबानी नहीं कर पाया है। 2009 में श्रीलंका की टीम बस पर आतंकी हमले के बाद से देश में 2019 तक टेस्ट क्रिकेट का आयोजन नहीं हो पाया। पिछले साल भी टी20 विश्व कप से पहले न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की टीम सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान दौरे से हट गईं थी। न्यूजीलैंड ने तो मैच से ठीक पहले हटने का फैसला किया।
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ऑस्ट्रेलिया की टीम 24 साल में पहले पाकिस्तान दौरे की राह पर है। राष्ट्रीय चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने सुरक्षा योजना को काफी मजबूत करार दिया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की वेबसाइट के अनुसार बेली ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि दोनों बोर्ड अब भी दौरे को लेकर कुछ मामूली चीजों पर काम कर रहे हैं, इसलिए एक बार इन्हें औपचारिक स्वीकृति मिलने के बाद हम टीम की घोषणा करेंगे लेकिन हम काफी हद तक सही दिशा में जा रहे हैं।’’
ऑस्ट्रेलिया ने पिछली बार 1998 में मार्क टेलर की अगुआई में पाकिस्तान का दौरा किया था। पाकिस्तान दौरे को लेकर सभी चीजें सकारात्मक हैं लेकिन शेफील्ड शील्ड सत्र की बहाली को लेकर अनिश्चितता बरकरार है।
पाकिस्तान ने पिछली बार अपनी सरजमीं पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के टूर्नामेंट का आयोजन 1996 में किया था जब उसने भारत और श्रीलंका के साथ विश्व कप की सहमेजबानी की थी।
चयनकर्ताओं को हालांकि एशेज में इंग्लैंड पर आस्ट्रेलिया की 4-0 की जीत के बाद शील्ड टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर गौर करने की जरूरत नहीं पड़े।
(With PTI Inputs)
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