बॉर्डर-गावस्कर सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया को मिला जीत का मंत्र, ऐसे भारत पर बनेगा दबाव
IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गुरुवार यानी नौ फरवरी से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पहला मैच खेला जाएगा।
IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच नौ फरवरी से नागपुर में खेला जाएगा। इस सीरीज के शुरू होने से पहले भारतीय पिचों को लेकर कई बाते की जा रही है। ऑस्ट्रेलियाई टीम सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए जमकर मेहनत कर रही है। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने अपनी टीम को जीत का एक मंत्र दिया है। उन्होंने पैट कमिंस की अगुवाई वाली टीम को भारत के ऊपर दबाव बनाने का एक फॉर्मूला बताया है।
जॉनसन ने क्या सलाह दी?
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2023 से पहले, मिचेल जॉनसन ने पैट कमिंस की अगुवाई वाली टीम से पहले बल्लेबाजी करने और भारतीय टीम पर दबाव बनाने के लिए अच्छा स्कोर हासिल करने की सलाह दी है। जॉनसन ने द वेस्ट ऑस्ट्रेलियन से कहा, अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम सीरीज की शुरुआत में दो बार पहले बल्लेबाजी कर सकती है और बोर्ड पर अच्छा स्कोर हासिल करती है, तो भारत पर थोड़ा दबाव पड़ेगा। चौथी पारी में खराब पिच पर बल्लेबाजी घरेलू टीम के लिए उतना खतरा पेश नहीं करती है, जितना कि मेहमान टीमों के लिए करती है।
नागपुर में वीसीए स्टेडियम में पहला टेस्ट खेलने के बाद, भारत और ऑस्ट्रेलिया अगले तीन टेस्ट नई दिल्ली (17 से 21 फरवरी), धर्मशाला (1 से 5 मार्च) और अहमदाबाद (9 से 13 मार्च) में खेलेंगे। नागपुर में हालात क्या होंगे, इस बारे में बात करते हुए जॉनसन ने कहा, ऑस्ट्रेलिया 2008 के बाद पहली बार यहां नागपुर में टेस्ट खेलेगा, जब जेसन क्रेजा ने 12 विकेट लिए थे। ऐसी पिच की अपेक्षा करें जो बहुत जल्दी और बिना किसी घास के सपाट हो। ज्यादा स्विंग भी नहीं होगी और तेज गेंदबाजों के लिए यह काफी कठिन काम होगा।
तेज गेंदबाज करे ये काम
जॉनसन ने इस बारे में भी बात की है कि तेज गेंदबाजों की भूमिका नागपुर में कितनी महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और संभावित कैमरून ग्रीन के बिना मैदान पर उतरेगा। तेज गेंदबाजों को अभी भी स्पिनरों के लिए फुटमार्क बनाने और बाएं हाथ के मिचेल स्टार्क की अनुपस्थिति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आवश्यकता होगी। उन्होंने आगे कहा, लियोन को नागपुर में अच्छी गेंदबाजी करनी चाहिए। लेकिन ऑस्ट्रेलिया को उन महत्वपूर्ण फुटमार्क बनाने में मदद करने के लिए दो स्पिनरों के साथ तीन तेज गेंदबाजों को मौका देना जरूरी है।
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