इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने बुधवार को बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को इतने लंबे समय से टीम में मौका न देने के क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के फैसले पर हैरानी जताई है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह एक अद्भुत खिलाड़ी हैं और उनमें क्रिकेट की महान समझ है। ख्वाजा को पहले तीन एशेज टेस्ट के लिए नजरअंदाज कर दिया गया था और इसके बाद सिडनी में मध्य क्रम के बल्लेबाज के रूप में प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था, क्योंकि ट्रेविस हेड बॉक्सिंग डे टेस्ट के बाद कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
2019 के बाद से अपना पहला टेस्ट खेल रहे ख्वाजा ने एससीजी में चौथे टेस्ट के दोनों पारियों में शतक लगाया था।
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रूट ने बुधवार को सेन रेडियो के हवाले से कहा, "मैं हैरान था कि उनको सीरीज के शुरुआती मैचों में मौका नहीं दिया गया। व्यक्तिगत रूप से, मुझे लगता है कि वह एक अद्भुत खिलाड़ी हैं।"
एससीजी में ख्वाजा की 137 और 101 रनों की पारी ने ऑस्ट्रेलिया के लिए होबार्ट में पांचवें और अंतिम टेस्ट में चयन के लिए सिरदर्द पैदा कर दिया है, जिसमें हेड कोरोना से ठीक होने के बाद उपलब्ध है।
हेड ने पहले तीन टेस्ट मैचों में 62 की औसत से नंबर 5 पर बल्लेबाजी करते हुए 248 रन बनाए हैं और ब्लंडस्टोन एरिना में सीरीज के समापन के लिए वापसी करने के लिए तैयार हैं।
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अगर चयनकर्ताओं में ख्वाजा और हेड दोनों को एकादश में शामिल किया जाता है, तो सलामी बल्लेबाज मार्कस हैरिस, जिन्होंने केवल एक मैच में 50 से अधिक स्कोर के साथ सीरीज में केवल 30 का औसत से रन बनाए हैं। उनको बाहर बैठना पड़ सकता है।
सेन रेडियो के अनुसार, ख्वाजा ने अपने 45 टेस्ट करियर में ऑस्ट्रेलिया के लिए सात बार ओपनिंग की है, जिसमें उन्होंने 96.8 की औसत से 484 रन बनाए हैं।
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