Arshdeep Singh: भारतीय गेंदबाज अर्शदीप सिंह पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप के ‘सुपर 4’ के मुकाबले में महत्वपूर्ण कैच लपकने से चूक गए। यह कैच था आसिफ अली का जिसका खामियाजा भारत को हार के साथ भुगतना पड़ा। यह मामला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में ही नहीं सुलझा, सोशल मीडिया पर जमकर बवाल मचा। भारतीय गेंदबाज को अनाब-शनाब बातें भी बोली गईं। वहीं पूर्व क्रिकेटरों से लेकर नेताओं ने उनका समर्थन भी किया। अर्शदीप के इस विवाद से 36 साल पहले का वो विवाद भी ताजा हो गया जब भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा बुरी तरह फंस गए थे।
दरअसल कुछ ऐसा ही वाकया 1986 में भारतीय तेज गेंदबाज चेतन शर्मा के साथ हुआ था और खास बात यह कि वो मुकाबला भी पाकिस्तान के खिलाफ ही था। इतना ही नहीं यह उस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला भी था जहां हार भारत को मिली थी। चेतन शर्मा उस वक्त युवा गेंदबाज थे और ऑस्ट्रल-एशिया कप के इस मुकाबले के बाद वह बुरी तरह डर भी गए थे। इन सभी बातों से यह स्पष्ट हो जाता है कि भारत-पाकिस्तान के मैच को क्यों हाईवोल्टेज मुकाबला कहा जाता है।
क्या था वो मामला?
आपको बता दें कि यह बात 1986 में यूएई में खेले गए ऑस्ट्रल-एशिया कप के फाइनल मुकाबले की है। यह मुकाबला शारजाह में खेला जा रहा था और यह मुकाबले बेहद रोमांचक मोड़ पर समाप्त हुआ था। भारत ने यहां पहले खेलते हुए निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट पर 245 रन बनाए थे। जवाब में पाकिस्तान के लिए जावेद मियांदाद ने शानदार शतक जड़ दिया। मुकाबला आखिरी गेंद तक जा पहुंचा और गेंद थी चेतन शर्मा के हाथों में। रोमांच का स्तर चरम पर था और आखिरी गेंद पर पाकिस्तान को चाहिए थे जीत के लिए 4 रन।
उस वक्त इस मैच में तीन विकेट लेने वाले सफल गेंदबाज चेतन शर्मा ने सबकुछ सही किया और आखिरी गेंद पर उन्हें बस बाउंड्री बचानी थी। उन्होंने यॉर्कर गेंद फेंकने का प्रयास किया लेकिन यॉर्कर के बजाय गेंद फुलटॉस पड़ी और मियांदाद ने उसे सीधे बाउंड्री पार छक्के के लिए पहुंचा दिया। जावेद मियांदाद को तब ‘शारजाह का महाराजा’ कहा जाता था और उन्होंने नाबाद 116 रन बनाकर पाकिस्तान को खिताबी जीत दिलाई। दूरदर्शन के उन दिनों में सिर्फ सामान्य कवरेज होती थी लेकिन तब भी चेतन शर्मा को भारी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था। यहां तक कि तब चेतन इससे काफी भयभीत भी हो गए थे।
अब 2022 में आसिफ अली ने हवा में शॉट खेला और अर्शदीप ने कैच छोड़ दिया। निराशा हर ओर थी लेकिन इसके लिए युवा खिलाड़ी की इस तरह आलोचना करना जरा सा भी ठीक नहीं हैं। इन दोनों मैचों के बीच 36 साल का अंतर रहा लेकिन दर्शक इंसान की सरल सी गलती को भी स्वीकार नहीं कर पाते, इससे यह साफ हो गया। फिलहाल अब हम उम्मीद कर सकते हैं कि रविवार को कैच छूटने से हुई चूक 23 साल के अर्शदीप सिंह के दिमाग में गहरा असर नहीं करे। उन्हें मौजूदा चयनकर्ता (चेतन शर्मा) से यह सीखना चाहिए कि कैसे वापसी करते हैं।
अर्शदीप से भी चेतन जैसी वापसी की उम्मीद
चेतन ने इसके बाद लॉर्ड्स टेस्ट में पांच विकेट लिए और फिर 1987 वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेकर ऐसा करने वाले पहले भारतीय भी बने। उनका यह रिकॉर्ड 32 साल बाद मोहम्मद शमी ने 2019 वर्ल्ड कप में तोड़ा। अर्शदीप सिंह की भी कहानी वैसी ही हो सकती है। वह एक बेहद शानदार बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने इस वाकये के बावजूद आखिरी ओवर फेंका और प्रेशर में भी पाकिस्तान को 7 रन बनाने में नाकों चने चबवा दिए। उन्होंने इस स्थिति में आसिफ अली का विकेट भी लिया लेकिन भारत जीत नहीं पाया। आशा करते हैं पंजाब का यह गेंदबाज जोरदार वापसी करेगा और दुनिया को यह काला अध्याय भुलाकर कई नई सुनहरी यादें देगा।
यहां पढ़ें इंडिया टीवी स्पोर्ट्स की अन्य खबरे
Latest Cricket News