रणजी डेब्यू में अर्जुन तेंदुलकर ने गेंद और बल्ले से किया कमाल, एक ही मैच में दूसरी बार छुआ '100' का आंकड़ा
अर्जुन तेंदुलकर ने गोवा के लिए पहली पारी में 120 रनों की शानदार शतकीय पारी खेलकर अपने पिता सचिन तेंदुलकर के 34 साल पुराने रिकॉर्ड की याद दिला दी थी।
सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने अपने रणजी ट्रॉफी डेब्यू में कमाल कर दिया है। उन्होंने गोवा के लिए राजस्थान के खिलाफ डेब्यू किया और पहली पारी में बल्ले से कमाल करते हुए 120 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। इसके बाद अर्जुन ने गेंद से भी अच्छा प्रदर्शन किया और 3 विकेट अपने नाम किए। अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से अर्जुन ने हर तरफ सुर्खियां बटोरी हैं, लेकिन एक खास बात आपको पता है क्या कि इस मैच में उन्होंने दो बार 100 का आंकड़ा छुआ।
जी हां, लेकिन हम बात कर रहे हैं गेंद और बल्ले दोनों से। अर्जुन तेंदुलकर ने बल्ले से शतक लगाने के बाद गेंदबाजी में तीन विकेट जरूर झटके लेकिन 23.1 ओवर की गेंदबाजी में उन्होंने 104 रन भी दिए। इस तरह उन्होंने इस मैच में दो बार 100 का आंकड़ा छुआ। इस मैच की बात करें तो गोवा ने पहली पारी में सुयस प्रभुडेसाई के 212 रन और अर्जुन तेंदुलकर की शतकीय पारी की बदौलत 9 विकेट पर 547 रन बनाकर पारी घोषित की थी। इसके बाद राजस्थान ने भी 456 रन बनाए। गोवा को 91 रनों की बढ़त मिली लेकिन मैच को ड्रॉ घोषित किया गया।
- vs राजस्थान- 3/104, रणजी ट्रॉफी 2022-23 (बल्लेबाजी में ठोका शतक)
- vs हरियाणा- 1/22, विजय हजारे ट्रॉफी
- vs छत्तीसगढ़- 2/44, विजय हजारे ट्रॉफी
- vs अरुणाचल प्रदेश- 1/28, विजय हजारे ट्रॉफी
- vs तमिलनाडु- 2/61, विजय हजारे ट्रॉफी
- vs केरल- 0/57, विजय हजारे ट्रॉफी
- vs बिहार- 2/32, विजय हजारे ट्रॉफी
- vs आंध्र प्रदेश- 0/15, विजय हजारे ट्रॉफी
- vs पुडुचेरी- 1/16, सैयद मुश्ताल अली
- vs दिल्ली- 1/28, सैयद मुश्ताल अली
अर्जुन तेंदुलकर का घरेलू रिकॉर्ड
अर्जुन तेंदुलकर के नाम अब तक 7 लिस्ट ए मुकाबले और 9 टी20 फर्स्ट क्लास मैच दर्ज हो चुके हैं। लिस्ट ए में अभी विजय हजारे ट्रॉफी के हैं और यहां भी वह गोवा के लिए खेलते नजर आए थे। उनके नाम 4.98 की इकॉनमी से 8 विकेट दर्ज हैं। वहीं टी20 में अर्जुन 12 विकेट ले चुके हैं और उनकी इकॉनमी शानदार 6.60 की है। खास बात उनके प्रदर्शन की देखें तो उनकी अभी तक जो इकॉनमी रही है वो हर मैच में शानदार रही है और यही उनके फिगर भी बता रहे हैं। वनडे और टी20 दोनों में ही वह अभी तक किफायती साबित हुए हैं। अब रणजी फॉर्मेट में बल्ले से कमाल करके उन्होंने दिखा दिया है कि आने वाले समय में वह एक बेहतर ऑलराउंडर बनकर उभर सकते हैं।