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Hindi News खेल क्रिकेट Duleep Trophy में 12 साल के बाद दिखा ये कारनामा, इस गेंदबाज ने हासिल की बड़ी उपलब्धि

Duleep Trophy में 12 साल के बाद दिखा ये कारनामा, इस गेंदबाज ने हासिल की बड़ी उपलब्धि

दलीप ट्रॉफी के दूसरे राउंड में इंडिया सी टीम की तरफ से खेल रहे 23 साल के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने इंडिया बी टीम के खिलाफ मुकाबले में खेलते हुए एक पारी में 8 विकेट हासिल कर लिए।

Anshul Kamboj- India TV Hindi Image Source : BCCI/X अंशुल कंबोज ने दलीप ट्रॉफी में एक पारी में हासिल किए 8 विकेट।

दलीप ट्रॉफी 2024 में दूसरे राउंड के मुकाबलों का आज अंत हो गया जिसमें इंडिया बी और सी टीम के बीच खेला गया मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ। इस मैच में इंडिया सी टीम की तरफ से खेल रहे 23 साल के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज का गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला जिसमें वह दलीप ट्रॉफी के इतिहास में अब एक पारी में सबसे बेहतरीन आंकड़े के साथ गेंदबाजी करने वाले तेज गेंदबाज बन गए हैं। अंशुल ने इंडिया बी टीम की पहली पारी में सिर्फ 69 रन देते हुए 8 विकेट अपने नाम किए। उनसे बेहतर अब तक दलीप ट्रॉफी के इतिहास में सबसे अच्छी गेंदबाजी साल 2001 में ईस्ट जोन और साउथ जोन के बीच हुए मुकाबले में देबाशीष मोहंती ने की थी जिन्होंने सिर्फ 46 रन देकर 10 विकेट हासिल किए थे।

अंशुल ने फर्स्ट क्लास करियर का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

घरेलू क्रिकेट में हरियाणा की टीम से खेलने वाले 23 साल के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज का ये उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। अंशुल ने इस मुकाबले में इंडिया बी टीम के टॉप ऑर्डर के पहले 5 बल्लेबाजों को लगातार अपना शिकार बनाया, जिसमें बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मुकाबले के लिए घोषित हुई भारतीय टीम के सदस्य सरफराज खान का विकेट भी शामिल है। अंशुल ने इसके अलावा रिंकू सिंह, बेहतरीन फॉर्म में चल रहे मुशीर खान के अलावा नितीश रेड्डी, एन. जगदीशन, राहुल चाहर, नवदीप सैनी और मुकेश कुमार को पवेलियन भेजा। अंशुल दलीप ट्रॉफी के इतिहास में एक पारी में 8 या उससे अधिक विकेट लेने वाले 9वें गेंदबाज जबकि तीसरे तेज गेंदबाज।

दलीप ट्रॉफी में एक पारी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज

देबाशीष मोहंती - 46 रन देकर 10 विकेट (साल 2001)

बालू गुप्ते - 55 रन देकर 9 विकेट (साल 1963)

सौरभ कुमार - 64 रन देकर 8 विकेट (साल 2023)

अरशद अयूब - 65 रन देकर 8 विकेट (साल 1987)

अंशुल कंबोज - 69 रन देकर 8 विकेट (साल 2024)

भगवत चंद्रशेखर - 80 रन देकर 8 विकेट (साल 1966)

अशोक डिंडा - 123 रन देकर 8 विकेट (साल 2012)

रवि शास्त्री - 145 रन देकर 8 विकेट (साल 1985)

सरनदीप सिंह - 180 रन देकर 8 विकेट (साल 2003)

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