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Hindi News खेल क्रिकेट जो रूट ने तोड़ा एलिस्टेयर का रिकॉर्ड, जानें अपने ही कीर्तिमान के टूटने पर क्या बोले कुक

जो रूट ने तोड़ा एलिस्टेयर का रिकॉर्ड, जानें अपने ही कीर्तिमान के टूटने पर क्या बोले कुक

जो रूट ने श्रीलंका के खिलाफ शानदार शतक जड़ा था। उन्होंने इस शतक के साथ ही एलिस्टेयर कुक के एक महारिकॉर्ड को तोड़ दिया। अब एलिस्टेयर कुक ने इस पर अपना रिएक्शन दिया है।

England Cricket Team- India TV Hindi Image Source : GETTY इंग्लैंड क्रिकेट के दिग्ग्ज खिलाड़ी

जो रूट ने अपने शानदार खेल से इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट शतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। रूट ने शनिवार को लॉर्ड्स में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मैच की दूसरी पारी में 103 रन की बेहतरीन पारी खेली, जो इस मैच का उनका दूसरा और टेस्ट क्रिकेट का कुल 34वां शतक था। इस शतक के साथ ही उन्होंने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक के 33 शतकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। एलिस्टेयर कुक, जो रूट के पहले 53 टेस्ट मैचों में उनके कप्तान थे, ने बीबीसी के टेस्ट मैच स्पेशल के लिए कमेंट्री करते हुए रूट को जीनियस और इंग्लैंड का महानतम खिलाड़ी बताया। 

कुक ने रूट को लेकर कही ये बात

कुक ने कहा कि जो रूट की बल्लेबाजी का अंदाज उन्हें सबसे अगल बनाता है। उन्होंने कहा कि रूट का रन बनाने का जुनून और फॉर्म किसी भी अन्य खिलाड़ी से अलग है। जब वह सिर्फ 6 रन पर थे, तब भी मैंने कहा था कि वह 100 रन बनाएंगे। लॉर्ड्स में दो शतकों की बदौलत जो रूट के करियर के कुल रन 12,377 हो गए हैं। अब वह टेस्ट इतिहास में पांचवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बनने के करीब हैं। इसके लिए उन्हें अगले हफ्ते ओवल में 96 रन और बनाने होंगे, जिससे वह कुमार संगकारा और एलिस्टेयर कुक दोनों को पीछे छोड़ देंगे। कुक ने रूट के फॉर्म की तारीफ करते हुए कहा कि इस फॉर्म में, ऐसा कोई कारण नहीं है कि वह अगले हफ्ते एक और शतक न बना सकें।

रूट ने श्रीलंका के बाएं हाथ के स्पिनर प्रभात जयसूर्या के खिलाफ केवल 59 गेंदों पर 60 रन बनाए। कुक ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि रूट की बल्लेबाजी में जोखिम बहुत कम था, लेकिन उन्होंने फिर भी तेजी से रन बनाए। कुक ने इसे बल्लेबाजी की कला बताते हुए कहा कि कम जोखिम वाले शॉट जो आपको रन दिलाते हैं, यही असली खेल है। 

कुक ने याद किए पुराने पल

कुक ने याद किया कि 2009 में रूट ने जब 18 साल की उम्र में लिस्ट ए क्रिकेट में पदार्पण किया था, तो वह ज्यादा प्रभावशाली नहीं दिखे थे, लेकिन कुछ साल बाद, जब रूट ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा, तब कुक ने देखा कि वह मानसिक रूप से पूरी तरह तैयार हैं। जो रूट का करियर इस बात का सबूत है कि मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प के साथ किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। उनकी यह उपलब्धि इंग्लैंड क्रिकेट के लिए गौरव का विषय है और वह आने वाले समय में और भी रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते हैं।

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