इरफ़ान पठान के संन्यास पर बोले बड़े भाई युसूफ, "मेरी पहचान इरफ़ान की वजह से बनी"
छोटे भाई के स्टार क्रिकेटर बनने और उसके संन्यास लेने के बाद बड़े भाई युसूफ पठान ने कहा कि मेरी क्रिकेट में पहचान इरफ़ान की वजह से ही बनी थी।
टीम इंडिया के कभी अगले 'कपिल देव' कहे जाने वाले हरफनमौला खिलाड़ी इरफ़ान पठान ने 16 साल के अंतराष्ट्रीय क्रिकेट करियर को बीते दिन ( 4 दिसंबर ) अलविदा कह दिया। भारत के लिए अपनी कहर बरपाती स्विंग से टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले तेज गेंदबाज इरफ़ान ने कुल 301 विकेट लिए। उनकी गेंदबाजी का क्रिकेट जगत में हर कोई कायल था। इस तरह छोटे भाई के स्टार क्रिकेटर बनने और उसके संन्यास लेने के बाद बड़े भाई युसूफ पठान ने कहा कि मेरी क्रिकेट में पहचान इरफ़ान की वजह से ही बनी थी।
इंडियन एक्सप्रेस के लिए लिखे कॉलम में यूसुफ पठान ने कहा, "लोग कहते हैं उसे (इरफान) भारत के लिए और खेलना चाहिए था। मुझे लगता है कि हमें जो भी मिला, हम इसके साथ खुश हैं। हम सभी को गर्व है। मुझे नहीं लगता है कि इरफान जो हासिल नहीं कर सके उन्हें उसका अफसोस होगा।'
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि वह बेहतर कर सकता था लेकिन ऐसा भी पल आए जब उसका शरीर उम्मीद के अनुसार काम नहीं कर रहा था। क्रिकेट मैदान पर उनकी उपलब्धियां शानदार रही हैं, फिर चाहे वह हैट-ट्रिक हो (पाकिस्तान के खिलाफ 2006 में) या फिर उनकी अन्य उपलब्धियां।"
वहीं यूसुफ ने इरफ़ान के पसंदीदा गेंदबाज के बारे में खुलासा करते हुए बताया कि उसके बचपन से वसीम अकरम पसंदे थे और आगे जाकर वो एक तेज गेंदबाज बनना चाहता था। यूसुफ ने कहा, "इरफान हमेशा एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे। वो वसीम अकरम के बड़े फैन थे और उनके जैसा ऐक्शन चाहते थे। हमारे घर में अकरम के पोस्टर हुआ करते थे। इरफान को स्विंग की कला नैसर्गिक तौर पर मिली।"
jजबकि अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में खुद के छोटे करियर के बारे में बताते हुए युसूफ ने कहा कि उन्हें इरफ़ान की वजह से ज्यादा पहचान मिली। युसूफ ने कहा, "उसकी (इरफान) वजह से ही मैं भी चर्चित बना और अपना नाम बना सका। जब मैं घरेलू क्रिकेट खेलता था, तो लोग जानते थे कि मैं इरफान का भाई हूं।"
यूसुफ ने कहा, "यहां तक कि मेरे मोहल्ले में भी लोग मुझे इरफान के भाई के रूप में ही जानते थे। मुझे हमेशा उनके भाई के तौर पर पहचाने जाने पर गर्व है। एक तरह से हमने बड़ौदा को क्रिकेट के मैप पर दोबारा जगह दिलाई। अब लोग बड़ौदा को इरफान पठान से जोड़कर देखते हैं।"
बता दें कि 2003 में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले इरफान पठान ने भारत के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी20 इंटरनेशनल मैचों में क्रमश: 100, 173 और 28 विकेटों समेत कुल 301 इंटरनेशनल विकेट झटके। जबकि बल्लेबाजी में उनके नाम वनडे क्रिकेट में 1544 रन व टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम एक शतक के साथ 1105 रन हैं। वहीं अंतराष्ट्रीय टी20 में इरफ़ान के नाम 172 रन रहे।