नई दिल्ली: मुंबई बम धमाकों के मामले में गुरुवार को फांसी पर लटकाए गए याक़ूब मेमन के पिता अब्दुल रज़्ज़ाक़ न सिर्फ क्रिकेट के दिवाने थे बल्कि खुद भी क्रिकेट खेलते थे।
पिता अब्दुल रज्जाक और मां हनीफा बम भी बम धमाकों के आरोपी रहे थे लेकिन बाद में जमानत पर छूटे गए थे। रज़्ज़ाक को क्रिकेट खेलने बहुत शौक़ था और उन्हें टाइगर नाम से बुलाया जाता था। उनका यह नाम नवाब पटौदी (टाइगर पटौदी) पर रखा गया था।
वह टाइगर नाम से इतने प्रभावित ते कि उन्होंने अपने सबसे बड़े लड़के का नाम ही भी टाइगर रखा दिया जो बम धमाकों का सरग़ना है और पाकिस्तान में छुपा हुआ है।
2001 में 73 साल की उम्र में रज्जाक की मौत हो गई।
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