Exclusive| वर्ल्ड कप 2019 में टीम इंडिया के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव नए हथियार से इंग्लैंड में शिकार करने को तैयार
आईपीएल सीजन-12 में लोगो की आशा पर खरे ना उतर पाने का कुलदीप को अंदर ही अंदर मलाल है साथ ही उनका ध्यान वर्ल्ड कप 2019 में धमाल मचाने पर केन्द्रित है।
"ये तो वक़्त बताएगा की विश्वकप में कौन सा नया हथियार( गेंदबाजी में वैरिएशन ) इस्तेमाल करने जा रहा हूँ। इस समय सिर्फ अपनी गेंदबाजी के बेसिक्स पर ध्यान केन्द्रित कर इंग्लैंड के लिए खुद को मजबूत बना रहा हूँ" ये बयान है टीम इंडिया के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव का, जिनका इंडियन प्रीमियर लीग 2019 सीजन कुछ ख़ास नहीं गया। लेकिन वर्ल्ड कप 2019 में धमाल मचाने के लिए कुलदीप यादव ने कमर कस तैयारी कानपुर के घरेलू मैदान में शुरू कर दी है।
आईपीएल के सीजन 12 में कोलकाता नाईट राइडर्स ( केकेआर ) के लिए पिछले साल के हीरो रहे कुलदीप इस साल कुछ ख़ास छाप नहीं छोड़ पाए। उन्होंने 9 मैच खेलें जिसमें सिर्फ 4 विकेट हासिल हुए। इतना ही नहीं इस प्रदर्शन के बाद उन्हें केकेआर टीम की प्लेयिंग 11 तक से हाथ धोया पड़ा था। ऐसे में रंगारंग लीग में फीका सीजन जाने के बाद कुलदीप यादव ने इंडिया टी. वी से फोन पर हुई बातचीत में बताया कि किस तरह वो वर्ल्ड कप 2019 में धमाकेदार वापसी के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। जिससे वो फैंस के दिल में एक बार फिर से अपने लिए जगह बना सके।
हाल ही में समाप्त हुए आईपीएल के बाद क्रिकेट जगत के सभी खिलाड़ी इंग्लैंड में 30 मई से शुरू होने वाले वर्ल्ड कप 2019 के लिए पूर जोर तैयारी में जुटे हुए हैं। इसी बीच आईपीएल सीजन में लोगो की आशा पर खरे ना उतर पाने का कुलदीप को अंदर ही अंदर मलाल है साथ ही उनका ध्यान वर्ल्ड कप 2019 में धमाल मचाने पर केन्द्रित है।
आईपीएल सीजन-12 आशा के अनुरूप ना जने पर कुलदीप ने कहा, "आईपीएल में ज्यादा खेला नहीं, वैसा प्रदर्शन गया नहीं जितना मैंने सोचा था। टी20 फॉर्मेट है और इस बार ईडन के विकेट पर सबको मार पड़ी है तो फॉर्मेट अलग है। पॉवर हिटिंग गेम है। जब विकेट अच्छा होता है तब आप बचने के लिए गेंदबाजी करने लगते हैं। जो कि मेरी ताकत नहीं है। अब वर्ल्डकप आ रहा है और भारत के लिए खेलना अलग ही फीलिंग होती है। मैंने बदलाव भी बहुत किए हैं। अभी जो भी गलतियाँ हैं उनपर काम कर रहा हूँ तो आशा करता हूँ कि विश्वकप में अच्छा करूंगा।"
बतौर खिलाड़ी जब भी कोई सीजन अच्छा नहीं जाता है तो वो बात दिमाग में कही ना कही चलती रहती है कि कुछ ही महीने पहले आईपीएल सही नहीं गया। अब वर्ल्ड कप काफी करीब है तो खुद को इस समय मानसिक तौर पर कैसे तैयार कर रहे हैं वर्ल्ड कप के लिए?
"मानसिक तौर पर दोनों फॉर्मेट बहुत अलग है। हाँ अगर आप लगातार खेल रहे हो टीम के में खिलाड़ी हो तो थोडा बहुत लगता है कि सबकी आशा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं हो पाया लेकिन हाँ थोडा बहुत फर्क पड़ता है। मैं आईपीएल के सीजन को भुलाकर वर्ल्ड कप में बिल्कुल तरोताज़ा होकर गेंदबाजी करूंगा।"
इंग्लैंड में गेंदबाजी करने में आता है मजा
आईसीसी वर्ल्ड कप इंग्लैंड में खेला जाना है। जहां पर कुलदीप यादव का शानदार रिकॉर्ड रहा है। अभी तक कुलदीप ने इंग्लैंड में सिर्फ एक मात्र तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली हैं। जिसमें उन्होंने कुल 9 विकेट हासिल किए थे। इस सीरीज में 25 रन देकर 6 विकेट उनकी गेंदबाजी का सर्वोच्च प्रदर्शन इंग्लैंड की सरजमीं पर ही आया है। ऐसे में इंग्लैंड की पिचों पर गेंदबाजी करने की उत्सुकता को लेकर कुलदीप ने कहा, "वहाँ पर गेंद ग्रिप होता है और टर्न भी होता है उस हिसाब से देखा जाए तो गेंदबाजी के लिए बिलकुल परफेक्ट कंडीशन है। पिछली बार जब गया था तो गेंदबाजी करने के लिए शानदार विकेट थे काफी मजा आ रहा था। उम्मीद करता हूँ इस बार भी वैसे विकेट और प्रदर्शन भी शानदार रहेगा।"
इंग्लैंड में वर्ल्ड कप 2019 के विकेट काफी सपाट होने वाले हैं। जिसमें गेंदबाजों के लिए विकेट निकालना एक चुनौती होगा। इसके साथ ही रन भी काफी पड़ेंगे। ऐसे में कुलदीप से जब सपाट विकेटों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "भारत से ज्यादा सपाट विकेट तो कही नहीं होंगे। हमें इस चीज़ का काफी अभ्यास है। बाहर की पिचों पर सपाट के साथ बाउंस भी होता है जिस एमुझे काफी फायदा मिलता है। इसलिए मुझे मजा आएगा।"
मिडिल ओवर में विकेट चटकाने का प्लान
50-50 ओवर के एकदिवसीय मैचों में 20 ओवर से लेकर 40 ओवर तक के मिडिल ओवेर्स काफी महत्वपूर्ण होते हैं। क्रिकेट पंडितों और दिग्गजों का ऐसा मानना है कि जो टीम इन बीच के ओवर में विरोधी बल्लेबाजो को आउट करने सफल होती है। कही ना कही मैच उस टीम की पकड में आ जाता है। कुछ ऐसा ही पिछले एक साल से टीम इंडिया के 'कुलचा' यानी कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल करते आ रहे हैं। साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में कमाल करने के बाद 'कुलचा' एक बार फिर वर्ल्ड कप के लिए तैयार है।
ऐसे में मिडिल ओवर्स में विकेट निकालने के प्लान के बारें में कुलदीप ने कहा, "50 ओवेर्स में मध्यक्रम के ओवर काफी महत्वपूर्ण होते हैं। हमारा प्लान रहता है की कैसे विकेट निकाले जाए, हम और चहल दोनों बात करते रहते हैं। विराट भाई पूरा हम लोग को सपोर्ट करते हैं। उनका विकेट निकालने का माइंड सेट होता है। हमेशा कोशिश यही रहती है कि सुरक्षित गेंदबाजी ना की जाए बल्लेबाज को ललचाया भी जाए उसको सेट ना होने दिया जाए। उसको शॉट खेलने के लिए आजादी भी देतें हैं तो इस तरह की हमारी एप्रोच रहती है विकेट निकालने के लिए।"
चहल से मिलती है मदद
इसके साथ ही कुलदीप ने अपने जोड़ीदार याजुवेंद्र चहल की तारीफ करते हुए कहा,"अगर कोई स्पिनर आपके जैसा दूसरे छोर से गेंदबाजी करे और आपको समझे आपकी तरह ही गेंदबाजी करे तो काम बहुत आसन हो जाता है। एक दूसरे को काफी अच्छे से समझते हैं।"
पूरी दुनिया में कलाई के स्पिनरों कि चर्चा होने के कारण जब वर्ल्ड कप के लिए कुलदीप से पूछा गया कि कौन से स्पिनर्स इस बार इंग्लैंड की विकटों पर ज्यादा कहर बरपाएंगे कलाई या ऊँगली ? तो कुलदीप ने कहा, " जिस गेंदबाज की गेंद घूमेगी वही ज्यादा असरदार साबित होगा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की वो कलाई से घुमा रहा है या फिर ऊँगली से।"
(इंडिया टीवी डिजिटल उप-संपादक शुभम पांडे के साथ टेलीफोनिक बातचीत पर आधारित)